Delhi: डिजिटल लैंग्वेज लैब से अंग्रेजी के साथ सीखें हिंदी और संस्कृत
देश की प्रथम महिला व राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थापित केंद्रीय विद्यालय में स्थापित अपनी तरह की इस अनूठी लैब का शुभारंभ किया। इसके साथ ही डिजिटल लैंग्वेज लैब से जुड़ी जानकारी भी ली।
नई दिल्ली, संवाददाता। राजधानी दिल्ली के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब अंग्रेजी के साथ हिंदी और संस्कृत जैसी भारतीय भाषाओं को भी आसानी से सीख सकेंगे। स्कूलों से जुड़े देश के सबसे बड़े संगठन केंद्रीय विद्यालय संगठन ने इसे लेकर बड़ी पहल की है। इसके तहत वह अपने विद्यालयों को डिजिटल लैंग्वेज लैब से लैस करने में जुटी हुई है। इसके जरिये कोई भी छात्र अब अंग्रेजी के साथ हिंदी और संस्कृत भाषाओं को भी आसानी से सीख सकेगा। फिलहाल अब तक देश भर के करीब सौ विद्यालयों को डिजिटल लैंग्वेज लैब से लैस किया जा चुका है। देश की प्रथम महिला व राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थापित केंद्रीय विद्यालय में स्थापित अपनी तरह की इस अनूठी लैब का शुभारंभ किया। इसके साथ ही डिजिटल लैंग्वेज लैब से जुड़ी जानकारी भी ली। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि 21वीं सदी में सरकार का जोर छात्रों को नई तकनीकों से जोड़ने को लेकर है, जिससे वह वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना सकें। वहीं डिजिटल लैंग्वेज लैब की इस पहल से नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालयों में डिजिटल लैंग्वेज लैब के जरिये अब तक सिर्फ छात्रों को अंग्रेजी भाषा ही सिखाया जाता है। जो मौजूदा समय में यह सुविधा देश के करीब 276 केंद्रीय विद्यालयों में मौजूद है। लेकिन नई शिक्षा नीति आने के बाद जिस तरह से हिंदी, संस्कृत सहित दूसरी भारतीय भाषाओं से जोड़ने पर जोर दिया गया है, उसके बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन ने यह पहल की है। इसके तहत लैब के जरिये अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत भाषाओं के सीखने के सॉफ्टवेयर भी मुहैया कराए जा रहे हैं। देश में मौजूदा समय में करीब 1225 केंद्रीय विद्यालय हैं।
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