पढ़िये- दुनिया का सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर नीलकंठ भानु के बारे में, 1 साल तक रहे थे बिस्तर पर
भानु ने दैनिक जागरण से हुई बातचीत में बताया कि गणित के साथ सफर पांच साल की उम्र में शुरू हुआ। दरअसल वो एक हादसे का शिकार हो गए थे। सिर में काफी चोट लगी थी।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। इसी महीने लंदन में आयोजित माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड (एमएसओ) में मानसिक गणना विश्व चैम्पियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण जीतने के बाद डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई कर रहे 21 वर्षीय नीलकंठ भानु प्रकाश को दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलेटर के रूप में ख्याति मिली है। भानु अबतक चार विश्व रिकॉर्ड भी बना चुके हैं।भानु परिवार के साथ हैदराबाद में रहते हैं। बताते हैं कि एमएसओ 1997 से लंदन में हर साल आयोजित होने वाले मेंटल स्किल और माइंड स्पोर्ट्स के लिए सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है। 'मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2020' हमारे स्वतंत्रता दिवस- 15 अगस्त को ऑनलाइन आयोजित हुई। इसमें 13 देशों के 57 साल उम्र तक के 29 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था। फाइनल में भानु 65 अंकों के स्पष्ट अंतर से जीते।
गणित का सफर
भानु ने दैनिक जागरण से हुई बातचीत में बताया कि गणित के साथ सफर पांच साल की उम्र में शुरू हुआ। दरअसल वो एक हादसे का शिकार हो गए थे। सिर में काफी चोट लगी थी। पूरे एक साल बिस्तर पर पड़े रहे। मेरे माता-पिता को कहा गया था कि मेरे देखने-सुनने-समझने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। ऐसे में दिमाग को व्यस्त रखने के मकसद से अखबारों में छपने वाले गणित की गुत्थी सुलझाने लगा। इससे मुझे काफी लाभ हुआ। इसके बाद तो गणित ही मेरी जिंदगी बन गई। मैं स्कूल स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेता। फिर राज्य और राष्ट्रीय होते हुए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया। अंकों की तरफ उनका रुझान ही था, जिसकी वजह से भानु ने गणित में डिग्री लेने का सोचा और उनकी डिग्री पूरी भी होने वाली है।
50 लिम्का रिकॉर्ड
बकौल भानु दुनिया में सबसे तेज मानव कैलकुलेटर होने के दावे की पुष्टि 4 विश्व रिकॉर्ड और 50 लिम्का रिकॉर्ड से होती है। मेरा मस्तिष्क एक कैलकुलेटर की गति से तेज गणना करता है। इन रिकॉर्ड को स्कॉट मैन्सबर्ग और शकुंतला देवी सरीखी शख्सियत ही बना पाई थीं।
दिल्ली दिल में बसी है
भानु कहते हैं कि दिल्ली में पढ़ाई के दौरान घुमा भी। हुमायूं का मकबरा, सीपी, पुरानी दिल्ली घूमना पसंद है। डीयू का माहौल पढ़ाई के माकूल है। वहीं भानु की इस उपलब्धि से कॉलेज के शिक्षक, छात्र भी बहुत खुश हैं।
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