वजन घटााना है तो एक्सरसाइज भूल जाइए चॉकलेट खाइए, एक महीने में 10 किलो तक होगा वेट लॉस, पढ़ें रोचक स्टोरी
स्पिरुलिना और म्यूसली के प्रभावी नतीजों को अनुभव करने के बाद उन्होंने इसे चाकलेट का रूप देने का विचार किया। इसके लिए उन्होंने बायोलाजी विभाग के विद्यार्थियों की मदद ली और लैब में लंबे समय तक कई प्रयोग के बाद 2018 में चाकलेट बना पाने में सफलता हासिल की।
नई दिल्ली, मनीषा गर्ग। कही वजन न बढ़ जाए... इस डर के चलते अधिकांश लोग चॉकलेट खाने से परहेज करते है। पर अब वजन बढ़ने की चिंता के चलते चॉकलेट को छोड़ने की कोई जरूरत नहीं है। द्वारका सेक्टर-3 स्थित नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) के कंप्यूटर साइंस विभाग के विद्यार्थी देवांश जैन (22) ने चोको, स्पिरुलिना, बादाम, किशमिश, म्यूसली के मिश्रण से एक ऐसी चॉकलेट तैयार की है, जिसका स्वाद हूबहू सामान्य चॉकलेट की तरह की है और ये वजन को घटाने के साथ मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में काफी मदद करती है।
एक महीने तक यदि व्यक्ति रोजाना एक चॉकलेट सुबह नाश्ते से पहले खाता है तो वह चार से आठ किलोग्राम वजन घटा सकता है। हालांकि, ये व्यक्ति के मेटाबोलिज्म पर भी निर्भर करता है, क्योंकि देवांश के मुताबिक कई लोगों ने एक माह के भीतर 10 से 15 किलोग्राम तक वजन कम किया है।
लैब में प्रयोग कर तैयार की चाॅकलेट
गुरुग्राम निवासी 130 किलोग्राम के देवांश बताते है कि अपने वजन को कम करने के लिए वे नियमित रूप से स्पिरुलिना और म्यूसली का सेवन करते थे। उससे उन्हें काफी फायदा हुआ और अब वे 78 किलोग्राम के हैं। स्पिरुलिना और म्यूसली के प्रभावी नतीजों को अनुभव करने के बाद उन्होंने इसे चाकलेट का रूप देने का विचार किया। इसके लिए उन्होंने बायोलाजी विभाग के विद्यार्थियों की मदद ली और लैब में लंबे समय तक कई प्रयोग के बाद 2018 में चाकलेट बना पाने में सफलता हासिल की। यहीं से देवांश के स्टार्टअप की शुरुआत हुई। इस दिशा में सर्वप्रथम उन्होंने "द हेल्दी कंपनी' बनाई और चाकलेट को "लीन बार' नाम दिया गया। इसके बाद चाकलेट को भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण से मान्यता दिलाई।
फरीदाबाद में उसका उत्पादन शुरू
डीएसजी कंज्यूमर पार्टनर ने स्टार्टअप में निवेश किया, जिसके बाद फरीदाबाद में उसका उत्पादन शुरू किया गया। फिलहाल ये चाकलेट तमाम आनलाइन शापिंग प्लेटफार्म के साथ इवा नामक एपलिकेशन जो देवांश ने ही तैयार की है पर उपलब्ध है। इस एपलिकेशन को अब तक 50 हजार से भी ज्यादा लोग प्रयोग कर रहे है। कामन एडमिशन टेस्ट (कैट 2019) में भारत में पहला प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले देवांश के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि थी। पर देवांश ने उस अवसर को भुनाने के बजाय अपने स्टार्टअप को बढ़ाने की दिशा में प्रयास को जारी रखने को अधिक महत्व दिया।
बड़े गुणकारी है ये सामग्री
स्पिरुलिना को सुपरफूड के नाम से भी जाना जाता है और ये सबसे अधिक पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। इसमें विटामिन, खनिज, प्रोटीन, पोटेशियम, कैल्शियम, जिंक पाया जाता है। इससे कोलेस्ट्राल की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है। म्यूसली (ओट्स) अनाज, सूखे मेवे और ताजे फल का संतुलित मेल होता है। सुबह के लिए यह अपने आप में ही एक संपूर्ण नाश्ता है। इसमें चीनी और कैलोरी काफी कम होती है।
चाकलेट में किसी कैमिकल का प्रयोग नहीं
स्वास्थ्यवर्धक चाकलेट होने के कारण लीन बार में चीनी का कम से कम प्रयोग किया गया है। पर इससे चाकलेट के स्वाद पर रत्तीभर भी प्रभाव नहीं पड़ता है। देवांश बताते हैं कि चाकलेट की खास बात ये है कि इसको खाने के बाद पूरे दिन पेट भरा-भरा महसूस होता है और सभी पोषक तत्व उनके शरीर को मिल जाते है। इसके सेवन के बाद लोग पूरे दिन में अपनी नियमित डाइट का सेवन कर सकते है। खास बात ये है कि चाकलेट में किसी कैमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है, ऐसे में इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है। लोग इसके सेवन को हमेशा के लिए जारी रख सकते है।
बच्चे तरह-तरह के स्टार्टअप शुरू कर मिसाल पेश कर रहे
मुझे गर्व है कि विश्वविद्यालय के बच्चे तरह-तरह के स्टार्टअप को शुरू कर उद्यमिता की मिसाल पेश कर रहे है। प्रो. प्रेरणा गौर के नेतृत्व व मार्गदर्शन में बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर रहे है और नौकरी के अवसरों का सृजन कर रहे है।
प्रो. जय प्रकाश सैनी, कुलपति
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