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जानें- कौन हैं भाजपा नेता छैल बिहारी, कभी सीलिंग के खिलाफ आंदोलन में गए थे जेल अब निकालेंगे समाधान

स्थायी समिति के अध्यक्ष बनने जा रहे छैल बिहारी गोस्वामी का जीवन बहुत संघर्ष भरा रहा है। वह सीलिंग के खिलाफ आंदोलन में तिहाड़ जेल में भी रह चुके हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 09:13 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 09:13 AM (IST)
जानें- कौन हैं भाजपा नेता छैल बिहारी, कभी सीलिंग के खिलाफ आंदोलन में गए थे जेल अब निकालेंगे समाधान

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। करोल बाग जोन में दो बार से चेयरमैन रहे छैल बिहारी गोस्वामी ने मंगलवार को स्थायी समिति अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। वह नारायाणा वार्ड से पार्षद हैं। वहीं, उपाध्यक्ष पद पर विजेंद्र यादव (मनोनीत सदस्य) ने नामांकन किया। दोनों पदों पर भाजपा उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत लगभग तय मानी जा रही है। ऐसा इस लिए भी कहा जा रहा है कि इन पदों पर किसी और प्रत्यासी की ओर से नामांकन नहीं किया गया है। विजेंद्र यादव पहले ऐसे मनोनीत सदस्य हैं जो स्थायी समिति के उपाध्यक्ष चुने जाएंगे। इससे पूर्व निगम में मनोनीत सदस्य इस पद पर नहीं रहे। दिल्ली सरकार ने विजेंद्र यादव को निगम में मनोनित किया था। फिर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली। हाल ही में स्थायी समिति के सदस्य का चुनाव भी जीत गए थे।

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संघर्ष भरा रहा है छैल बिहारी का जीवन

वहीं, स्थायी समिति के अध्यक्ष बनने जा रहे छैल बिहारी गोस्वामी का जीवन बहुत संघर्ष भरा रहा है। वह सीलिंग के खिलाफ आंदोलन में तिहाड़ जेल में भी रह चुके हैं। यही वजह है कि उन्होंने बीते तीन वर्षों में सीलिंग की वजह से बंद पड़ी दुकानों के मालिकों को राहत देने और समाधान निकालने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 13 जुलाई को चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह नागरिकों की समस्याओं पर कार्य करेंगे। वह वर्ष 2006 में दिल्ली में हुई सीलिंग के खिलाफ आंदोलन में वह संसद मार्ग थाने में भाजपा नेताओं के साथ गिरफ्तार हुए थे। इसके चलते वह सीलिंग के दर्द को समझते हैं। व्यापारी परेशान हैं इसलिए उसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।

कॉलेज में पढ़ाई के दौरान जुड़े थे ABVP से

छैल बिहारी बताते हैं उनके पिता ओमप्रकाश गोस्वामी कथावाचक थे तो मथुरा से दिल्ली आ गए। पढ़ाई दिल्ली में हुई और वर्ष 1991 में शिवाजी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करने के दौरान वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गये। इस दौरान वह केंद्रीय पार्षद का चुनाव भी जीते विद्यार्थी परिषद् में 1997 तक विभिन्न पदों में कार्य किया। वर्ष 1998 से 2001 तक मंडल के महामंत्री रहे और वर्ष 2013 में वह करोल बाग जिले में कोषाध्यक्ष के पद भी तैनात रहे हैं।

इस दौरान उन्होंने निगम से दिल्ली विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवारों को जिताने के लिए चुनावों की जिम्मेदारी संभाली है। छैल बिहारी गोस्वामी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता निगम को आत्मनिर्भर बनाने की है। इसके साथ सीलिंग और व्यापार संबंधी जो भी समस्याएं निगम से संबंधित हैं उनका समाधान समयबद्ध तरीके से करना चाहते हैं।


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