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आइआइएमसी के कर्मचारियों ने ली राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ

आइआइएमसी के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने सभी लोगों के साथ मिलकर यह संकल्प लिया कि वह राष्ट्र की एकता अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखेंगे। प्रोफेसर द्विवेदी ने कहा कि आइआइएमसी के सभी अधिकारी देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करेंगे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 07:13 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:13 PM (IST)
आइआइएमसी के कर्मचारियों ने ली राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ
आइआइएमसी के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी शपथ लेते हुए।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारतीय जन संचार संस्थान (आइआइएमसी) के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने गुरुवार को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ ली। इस मौके पर आइआइएमसी के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने सभी लोगों के साथ मिलकर यह संकल्प लिया कि वह राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखेंगे। प्रोफेसर द्विवेदी ने कहा कि आइआइएमसी के सभी अधिकारी देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करेंगे।

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प्रो. द्विवेदी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश को एकता के सूत्र में बांधे रखने के लिए अथक प्रयास किए थे। ऐसे में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को उनकी जयंती पर देश में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

कार्यक्रम में संस्थान के अपर महानिदेशक सतीश नम्बूदिरीपाद, प्रोफेसर आनंद प्रधान, प्रोफेसर अनुभूति यादव और प्रोफेसर सुनेत्रा सेन नारायण भी मौजूद थी।

आईआईएमसी और उज़्बेकिस्तान के पत्रकारिता विश्वविद्यालय के बीच एमओयू

वहीं, भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) ने यूनिवर्सिटी ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशंस ऑफ उज़्बेकिस्तान के साथ एक समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य पत्रकारिता और जनसंचार शिक्षा को प्रोत्साहन देना एवं मौलिक, शैक्षणिक एवं व्यावहारिक अनुसंधान के क्षेत्रों को परिभाषित करना है।

आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस समझौते के माध्यम से दोनों संस्थान टीवी, प्रिंट मीडिया, डिजिटल मीडिया, जनसंपर्क, मीडिया भाषा विज्ञान और विदेशी भाषाओं जैसे विषय पर शोध को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि इस समझौते से हमें एक दूसरे की कार्यप्रणालियों एवं अनुभवों को जानने एवं समझने का मौका मिलेगा। इसके अलावा यह समझौता अनुसंधान और शैक्षिक डेटा के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगा और संयुक्त कार्यक्रमों को आयोजित करने के अवसरों का भी जरिया बनेगा।

प्रो. द्विवेदी के मुताबिक आईआईएमसी का उद्देश्य आज की जरुरतों के अनुसार ऐसा मीडिया पाठ्यक्रम तैयार करना है, जो छात्रों के लिए रोजगापरक हो। इस दिशा में हम यूनिवर्सिटी ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशंस ऑफ उज़्बेकिस्तान के साथ मिलकर कार्य करने के लिए अग्रसर हैं। इसके साथ ही संस्थान का उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों को वैश्विक संपर्क प्रदान करना भी है। हमने आने वाले वर्षों में विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग का विस्तार करने और अनुसंधान और शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने का लक्ष्य रखा है।

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