अतिक्रमण हटाने के नाम पर तोड़ दिया शिव मंदिर, हिंदू-मुस्लिम ने मिलकर दिया धरना
शब्बीर अहमद मंसूरी ने कहा कि मुंडका अंडरपास के पास रानी खेड़ा गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर से इलाके के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है इसके एक हिस्से को तोड़ दिया इससे लोगों में नाराजगी है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। रानी खेड़ा इलाके में अतिक्रमण हटाने के नाम पर शिव मंदिर को तोड़ने का विरोध मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी किया है। रविवार को इस मामले को लेकर लोगों ने मंदिर परिसर में धरना दिया और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की।
लोगों की गहरी आस्था
धरने का नेतृत्व अखिल भारतीय आजाद एकता भाईचारा समिति ने किया। इसमें क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के लोग शामिल हुए और नगर निगम की इस कार्रवाई के प्रति गहरा रोष प्रकट किया। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष शब्बीर अहमद मंसूरी ने कहा कि मुंडका अंडरपास के पास रानी खेड़ा गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर से इलाके के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है।
लोगों में नाराजगी
मंसूरी ने कहा कि मंदिर के कारण सड़क पर अतिक्रमण जैसा कुछ नहीं था और न ही वाहनों की आवाजाही में किसी प्रकार की कोई दिक्कत होती थी। लेकिन, नगर निगम के दस्ते ने सड़क से अतिक्रमण हटाने के नाम पर बृहस्पतिवार को इसके एक हिस्से को तोड़ दिया, जिसे लेकर लोगों में नाराजगी है। इसी नाराजगी को शांतिपूर्ण तरीके से व्यक्त करने के लिए सभी समुदाय के लोग एकत्रित हुए हैं।
आपसी सद्भाव की मिसाल
मुस्लिम समाज के लोग भी हिंदू भाइयों का साथ देकर आपसी सद्भाव की मिसाल कायम कर रहे हैं। संस्था के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह खरब ने कहा कि नगर निगम की मनमानी से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसलिए हिंदू मुस्लिम सभी धर्मों के लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
पुलिस बल सतर्क
वहीं, मुंडका से विधानसभा के प्रत्याशी रहे डॉ. नरेश कुमार ने भी नगर निगम की इस कार्रवाई की निंदा की। धरने में महंत रमेश गिरि, विधायक सुखबीर दलाल, पार्षद अनिल लाकड़ा, संजय चौधरी, सुनील लाकड़ा आदि मौजूद रहे। करीब तीन घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल की भी सतर्क मौजूदगी देखी गई।
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