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लू से कैसे बचें: पड़ने वाली है झुलसाने वाली गर्मी, विभाग ने जारी की एडवाइजरी; जानें क्या करें और क्या न करें

Prevention of Heat Stroke गर्म हवाओं और लू के थपेड़ों के प्रकोप से बचाव के लिए जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी की है। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि बढ़े तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है खासकर धूप में घूमने वालों खिलाडिय़ों बच्चों बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है।

By joohi dass Edited By: Geetarjun Published: Sun, 28 Apr 2024 04:01 PM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2024 04:01 PM (IST)
लू से कैसे बचें: पड़ने वाली है झुलसाती गर्मी, विभाग ने जारी की एडवाइजरी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गर्म हवाओं और लू के थपेड़ों के प्रकोप से बचाव के लिए जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी की है। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि बढ़े तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर धूप में घूमने वालों, खिलाडिय़ों, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है। लू लगने पर उसके इलाज से बेहतर है, हम लू से बचे रहें यानी बचाव इलाज से बेहतर है। उन्होंने एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है।

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गर्मी में अनावश्यक घर से बाहर न घूमें, खासतौर से दोपहर 12 बजे से सायं चार बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस (ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड) नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करते रहें।

यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं।

क्या करें-

डीसी ने बताया कि बढ़ती गर्मी में वृद्ध एवं कमजोर व्यक्तियों की खास देखभाल करें, तेज गर्मी, खासतौर से जब वे अकेले हों, तो कम से कम दिन में दो बार उनकी जांच करें, ध्यान रहे कि उनके पास फोन हो, यदि वह गर्मी से बेचैनी महसूस कर रहे हों तो उन्हें ठंडक देने का प्रयास करें, उनके शरीर को गीला रखें, उन्हें नहलाएं अथवा उनकी गर्दन तथा बगलों में गीला तौलिया रखें,उनके शरीर को ठंडक देने के साथ साथ डाक्टर अथवा एम्बुलेंस को बुलाएं, उन्हें अपने पास हमेशा पानी की बोतल रखने के लिए कहें। अगर तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आये तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।

जानवरों की भी करें देखभाल

डीसी ने बताया कि जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें,यदि उन्हें घर के भीतर रखा जाना संभव न हो तो उन्हें किसी छायादार स्थान में रखें, जहां वे आराम कर सकें।


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