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अवैध तरीके से चल रही मेफेड्रोन दवा बनाने वाली तीन लैब का भंडाफोड़, गुजरात-राजस्थान सहित दिल्ली से 300 करोड़ की दवाएं जब्त

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुख्यालय की ऑपरेशन ब्रांच टीम ने गुजरात एटीएस टीम के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन में अवैध तरीके से चलाई जा रही मेफेड्रोन दवा निर्माण प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया है। एनसीबी और गुजरात एटीएस की संयुक्त टीम ने राजस्थान और गुजरात में एक साथ तीन प्रयोगशालाओं पर छापा मार लगभग 300 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त की हैं।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Geetarjun Published: Sat, 27 Apr 2024 09:54 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 09:54 PM (IST)
अवैध तरीके से चल रही मेफेड्रोन दवा बनाने वाली तीन लैब का भंडाफोड़।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुख्यालय की ऑपरेशन ब्रांच टीम ने गुजरात एटीएस टीम के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन में अवैध तरीके से चलाई जा रही मेफेड्रोन दवा निर्माण प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया है। एनसीबी और गुजरात एटीएस की संयुक्त टीम ने राजस्थान और गुजरात में एक साथ तीन प्रयोगशालाओं पर छापा मार लगभग 300 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त की हैं।

चौथे स्थान पर छापेमारी जारी है और वहां भी बड़ी मात्रा में दवाएं बरामद होने की संभावना है। इस मल्टीस्टेट आपरेशन में 149 किलोग्राम मेफेड्रोन (पाउडर और तरल रूप में), 50 किलोग्राम एफेड्रिन और 200 लीटर एसीटोन जब्त किया गया। साथ ही सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया,इस पूरे सिंडिकेट के सरगना की भी पहचान कर ली गई है। वितरण नेटवर्क की जांच की जा रही है।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि गुजरात पुलिस की एटीएस को एक गोपनीय स्रोत से गुजरात और राजस्थान से संचालित अवैध मेफेड्रोन निर्माण प्रयोगशालाओं के बारे में जानकारी मिली थी। इन लैबों का भंडाफोड़ करने के लिए एटीएस गुजरात पुलिस और एनसीबी मुख्यालय आपरेशंस यूनिट की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया था।

तीन महीने से ज्यादा चले आपरेशन में इस नेटवर्क में शामिल व्यक्तियों के साथ-साथ गुप्त प्रयोगशालाओं के स्थानों की पहचान करने के लिए गहन तकनीकी और जमीनी निगरानी की गई।

अंतर-एजेंसी और इंट्रा-जोनल तालमेल के साथ गुजरात एएटीएस और एनसीबी मुख्यालय आपरेशन इकाई,एनसीबी जोधपुर और एनसीबी अहमदाबाद जोन की संयुक्त टीमों ने एक साथ गुजरात और राजस्थान में तीन स्थानों पर छापेमारी की। राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल, राजस्थान के जोधपुर जिले के ओसियां ओर गुजरात के गांधीनगर जिले में एक साथ छापेमारी कर कुल 149 किलोग्राम मेफेड्रोन (पाउडर और तरल रूप में), 50 किलोग्राम एफेड्रिन और 200 लीटर एसीटोन की बरामदगी की। अब तक सात अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

गांधीनगर में पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर अमरेली (गुजरात) में एक और जगह की पहचान की गई है, जहां छापेमारी जारी है। इस नेटवर्क के सरगना की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूर्ववर्ती रसायनों के स्रोत के साथ-साथ वितरण नेटवर्क, राष्ट्रीय और साथ ही किसी भी अंतर्राष्ट्रीय लिंकेज को ट्रैक करने और पहचानने का प्रयास किया जा रहा है। मेफेड्रोन, जिसे 4-मिथाइलमेथकैथिनोन, 4-एमएमसी और 4-मिथाइलफेड्रोन के रूप में भी जाना जाता है, एम्फ़ैटेमिन और कैथिनोन वर्गों की एक सिंथेटिक उत्तेजक दवा है।


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