Coronavirus Kit Scam: नामी कंपनी पर खराब गुणवत्ता की 15 लाख कोरोना टेस्टिंग किट सप्लाई करने का आरोप
Coronavirus Kit Scam शिकायतकर्ता का आरोप है कि कंपनी ने दिल्ली की 15 से अधिक लैब में खराब गुणवत्ता की टेस्टिंग किट सप्लाई कर लाखों लोगों के स्वास्थ्य को संकट में डाला गया है। खराब गुणवत्ता को लेकर लैब्स की शिकायत पर भी आरोपित कंपनी ने ध्यान नहीं दिया।
नई दिल्ली [गौरव बाजपेई]। कोरोना काल में जिस समय लोग टेस्टिंग के लिए परेशान थे उस दौरान कोविड टेस्टिंग किट सप्लाइ करने वाली एक नामी कंपनी पर मोटे मुनाफे के लिए खराब गुणवत्ता की किट सप्लाई करने का आरोप लगा है। खराब गुणवत्ता और वित्तीय लेनदेन को लेकर कंपनी के खिलाफ सरिता विहार और आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दी गई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि कंपनी ने दिल्ली की 15 से अधिक लैब में खराब गुणवत्ता की टेस्टिंग किट सप्लाई कर लाखों लोगों के स्वास्थ्य को संकट में डाला गया है। खराब गुणवत्ता को लेकर लैब्स की शिकायत पर भी आरोपित कंपनी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं, जीन स्टोर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अनुभव अनुषा ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्हें खराब टेस्टिंग किट संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है।
फ्रांस और भारत में टेक्निकल और मेडिकल सुविधाएं देने वाली जीन स्टोर प्राइवेट लिमिटेड की भारत की शाखा दिसंबर 2019 में दिल्ली में रजिस्टर कराई गई थी। जून 2020 में कंपनी को कोरोना संक्रमण की जांच के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टेस्टिंग किट को लेकर आइसीएमआर द्वारा अनुमति मिली थी जिसके बाद कंपनी ने दिल्ली की 15 विभिन्न लैब में अपनी टेस्टिंग किट सप्लाई करनी शुरू की थी। तीन अक्टूबर के बाद से अलग-अलग लैब ने कंपनी को टेस्टिंग किट के खराब होने की शिकायत देनी शुरू की। लैब के प्रतिनिधियों का कहना था कि कंपनी किट कोरोना संक्रमण के पाजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट को सही से नहीं दिखा रही थी। कंपनी के प्रतिनिधियों से शिकायत भी की गई थी।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि कंपनी के अधिकारियों ने रिश्वत देकर दिल्ली-एनसीआर में बड़े स्तर पर घटिया स्तर की जांच किट सप्लाई कर दी। कंपनी के अधिकारियों ने सप्लाई करने के लिए विशेषज्ञों की सलाह की भी अनदेखी की। शिकायतकर्ता ने 23 अक्टूबर को इस संबंध और वित्तीय बकायों को लेकर दिल्ली के सरिता विहार थाना और आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दी तो कंपनी के अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं को शिकायत वापस लेने के लिए धमकी तक दी। शिकायतकर्ता ने पुलिस को कोरोना जांच कर रही लैब्स की जानकारी दी है जिनमें कंपनी की टेस्टिंग किट सप्लाई की गई थी।
15 लाख टेस्टिंग किट की गई थी सप्लाई
शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि जून से दिसंबर के बीच 15 लाख से अधिक टेस्टिंग किट सप्लाई की गई थी। किट की कीमत 200 रुपये प्रति यूनिट थी, जिसे अलग-अलग डिस्ट्रीब्यूटर्स के माध्यम से दिल्ली की जानीमानी लैब में सप्लाई किया जा रहा था। लैब ने सही परिणाम न दिखाने की शिकायत की तो आरोपितों ने उन्हें रुपये देकर मुह बंद रखने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने वित्तीय लेनदेन में अनियमितताओं को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में अपील की थी जिस पर जस्टिस रेखा पल्ली ने अगली सुनवाई तक संबंधित राशि पर किसी प्रकार के लेनदेन और कर्ज पर रोक लगाई थी।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो