Delhi Doctor Protest: हिंदूराव अस्पताल पहुंच महापौर ने की हड़ताल खत्म करनेे की अपील
महापौर जय प्रकाश ने हिंदूराव अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की। डॉक्टरों ने उनकी मांग को ठुकराते हुए स्थायी समाधान की मांग की है। वहीं कुछ डॉक्टरों ने कनॉट प्लेस व इंडिया गेट के पास पहुंचकर वेतन न मिलने के पोस्टर भी लहराए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) की चल रही भूख हड़ताल जारी रहेगी। रविवार को महापौर जय प्रकाश ने हिंदूराव अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की। डॉक्टरों ने उनकी मांग को ठुकराते हुए स्थायी समाधान की मांग की है।
वहीं, कुछ डॉक्टरों ने कनॉट प्लेस व इंडिया गेट के पास पहुंचकर वेतन न मिलने के पोस्टर भी लहराए। हिंदूराव अस्पताल पहुंचे महापौर जय प्रकाश ने बताया कि उत्तरी निगम के हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों को आश्वासन दिया गया है कि उनकी मांगें जल्द पूरी की जाएंगी। उन्होंने डॉक्टरों से भूख हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया है। जय प्रकाश ने कहा कि निगम के डॉक्टर कोरोना योद्धा हैं, जिन्होंने दिन-रात निस्वार्थ भाव से नागरिकों की सेवा की है। अत: उनकी सभी मांगों पर विचार कर निगम जल्द पूरा करने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि डॉक्टर भूख हड़ताल खत्म कर जल्द कार्य पर लौटेंगे।महापौर ने बताया कि निगम ने डॉक्टरों की ओर से दिए गए सात सूत्रीय मांग पत्र पर चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी इस बात पर संज्ञान लिया था। वहीं आरडीए के अध्यक्ष अभिमन्यु सरदाना का कहना है जब तक वेतन के मुद्दे का स्थायी समाधान नहीं हो जाता तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। हमें स्थायी समाधान चाहिए।
महापौर ने हड़ताल बंद करने का आग्रह किया है, लेकिन उनकी मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।कनॉट प्लेस में दिखाए पोस्टर चार माह से वेतन न मिलने को लेकर हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर विरोध प्रदर्शन के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं।
इसी कड़ी में डॉक्टरों ने कनॉट प्लेस और इंडिया गेट इलाके में पहुंचकर वेतन न मिलने के पोस्टर दिखाए। वे कनॉट प्लेस में खड़े हो गए और लोगों को बता रहे थे कि उन्हें चार माह से वेतन नहीं मिला है। वहीं, पांच डॉक्टर भूख हड़ताल पर थे, जिसमें एक डॉक्टर की तबीयत खराब हो गई तो उन्हें इलाज के लिए स्थानांतरित करके दूसरे डॉक्टर उनकी जगह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
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