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Coronavirus News Update: दोगुनी हुई मानसिक बीमार लोगों की संख्या, कहीं आपमें ये लक्षण तो नहीं

Coronavirus News Update एम्स के मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश सागर ने कहा कि देश में कोरोना से पहले 3.5 से 5 फीसद लोग अवसाद से पीड़ित थे। अब यह संख्या करीब 10 फीसद है। इसी तरह तनाव व घबराहट की बीमारी भी दो से तीन गुना बढ़ी है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 09:09 AM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2020 09:09 AM (IST)
कोरोना वायरस के चलते बिगड़ा लोगों का मानसिक स्वास्थ्य।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। Coronavirus News Update: देश समेत पूरे विश्व में फैली कोरोना की महामारी ने लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बिगाड़ दिया है। मनोचिकित्सक कहते हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में अवसाद, तनाव व घबराहट जैसी मानसिक बीमार लोगों की संख्या दुगुनी हो गई है। पहले कोरोना का डर हावी रहा। इस वजह से शुरुआत में कोरोना से अधिक मौत होने का एक बड़ा कारण घबराहट को भी माना जा रहा है। अब एक बड़ी आबादी को रोजी-रोटी की चिंता सता रही है। इस वजह से गंभीर मानसिक बीमारियां बढ़ने का भी खतरा है, इसलिए डॉक्टर मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने और लोगों को जागरूक करने पर जोर दे रहे हैं।

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कोरोना के चलते देश के 10 फीसद लोग अवसाद से पीड़ित

एम्स के मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश सागर ने कहा कि देश में कोरोना से पहले 3.5 से 5 फीसद लोग अवसाद से पीड़ित थे। अब यह संख्या करीब 10 फीसद हो गई है। इसी तरह तनाव व घबराहट की बीमारी भी दो से तीन गुना बढ़ी है। समस्या यह है कि अस्पतालों में अभी इलाज में भी परेशानी है। इसके मद्देनजर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। क्योंकि आत्महत्या के मामले बढ़ने की भी आशंका है। ऐसे में किसी को मानसिक परेशानी होने पर उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। समय पर इलाज मिले तो आत्महत्या की घटनाओं को रोका जा सकता है।

बहुत मरीजों में सिर्फ घबराहट के कारण सांस की परेशानी हुई

आरएमएल अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डॉ. आरपी बेनिवाल ने कहा कि इंडियन साइकेटिक सोसाइटी ने लॉकडाउन के दौरान 1685 लोगों पर ऑनलाइन सर्वे किया था। जिसमें 38.2 फीसद लोगों में घबराहट की समस्या पाई गई। वहीं 10.5 फीसद लोग अवसाद से पीड़ित पाए गए। मॉडरेट स्तर का अवसाद तो 74 फीसद लोगों में पाया गया। इसका कारण यह है कि लोग कोरोना से भयभीत थे। कामकाज बंद था। कई लोगों की नौकरियां चली गईं। कारोबारियों का व्यवसाय भी प्रभावित था। अब कोरोना का डर काफी हद तक कम हो गया है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत खराब असर पड़ा है। लोगों में घबराहट, तनाव, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) की समस्या भी बढ़ी है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज को कई आदत लग जाती है। कई लोगों को कुछ ही मिनटों के अंतराल पर ही हाथ धोने की आदत लग गई है। इसके अलावा आत्महत्या की घटनाएं भी बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से मजबूत रहकर कोरोना वायरस संक्रमण को हराया जा सकता है। कोरोना के मरीजों में सांस की परेशानी होती है। बहुत मरीजों में सिर्फ घबराहट के कारण सांस की परेशानी हुई। कई मरीजों में यह हार्ट अटैक का कारण बना, इसलिए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

ये हैं मानसिक बीमारी के लक्षण

  • घबराहट
  • तनाव
  • ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) 
  • कुछ अंतराल पर हाथ धोने की आदत।
  • बार-बार हाथ सैनिटाइज करने की आदत।
  • लोगों से दूरी बनाने की आदत।
  • कम बातचीत करना।

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