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यमुना में अमोनिया बढ़ने से तीन जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति प्रभावित, दिल्ली के इन इलाकों में होगा असर

यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर ज्यादा बढ़ने के कारण दिल्ली जल बोर्ड के तीन जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति कम हो गई है। जल बोर्ड का कहना है कि प्रभावित इलाकों में कम दबाव पर पानी आपूर्ति होगी।

By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Shyamji TiwariPublished: Tue, 28 Mar 2023 06:41 PM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2023 06:41 PM (IST)
यमुना में अमोनिया बढ़ने से तीन जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति प्रभावित, दिल्ली के इन इलाकों में होगा असर
यमुना में अमोनिया बढ़ने से दिल्ली के तीन जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति प्रभावित

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वजीराबाद बैराज के पास यमुना में अमोनिया की समस्या खत्म होने की जगह बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर ज्यादा बढ़ने के कारण दिल्ली जल बोर्ड के तीन जल शोधन संयंत्रों (वजीराबाद व चंद्रावल) से पानी आपूर्ति कम हो गई है।

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50 प्रतिशत कम हुई आपूर्ति

वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र से पानी आपूर्ति 50 प्रतिशत तक कम हुई है। इस वजह से उत्तरी, उत्तर पश्चिमी, मध्य व दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित है। जल बोर्ड का कहना है कि प्रभावित इलाकों में कम दबाव पर पानी आपूर्ति होगी। यमुना के पानी में अमोनिया के स्तर में सुधार होने तक पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी। 

दिसंबर के मध्य से अमोनिया की समस्या

दिसंबर के मध्यम से ही यमुना में अमोनिया की समस्या शुरू हुई थी। तब से पिछले करीब तीन माह में अमोनिया का स्तर घटता-बढ़ता रहा है। जल बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि बीच में कुछ समय के लिए पानी आपूर्ति सामान्य हुई थी, लेकिन हरियाणा से यमुना फैक्ट्रियों का गंदा पानी छोड़ने के कारण सुबह वजीराबाद बैराज के पास यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर 6.8 पीपीएम पहुंच गया था।

यमुना के पानी में इतना अधिक अमोनिया कभी नहीं पहुंचा। बाद में अमोनिया का स्तर थोड़ा कम हुआ, फिर भी यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर पांच पीपीएम बना हुआ है। इस वजह जल बोर्ड ने वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र के लिए यमुना से पानी लेना बिल्कुल बंद कर दिया है। हैदरपुर से मुनक नहर का पानी वजीराबाद ले जाकर दोनों संयंत्रों से शोधित किया जा रहा है।

वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र से जल बोर्ड सामान्य तौर पर प्रतिदिन करीब 135 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है लेकिन अभी क्षमता से 50 प्रतिशत ही पानी आपूर्ति हो पा रही है। इसके अलावा ओखला जल शोधन संयंत्र से पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है। जल बोर्ड ने हरियाणा के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग को स्थिति से अवगत कराया है और यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने की सिफारिश की है। ताकि, पानी के बहाव से यमुना में अमोनिया की समस्या दूर की जा सके।

इन इलाकों में है पानी आपूर्ति प्रभावित 

सिविल लाइंन, हिंदू राव अस्पताल, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के इलाके, राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, माडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश और इसके आसपास के इलाके में पानी आपूर्ति प्रभावित रहेगी।


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