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Delhi: यमुना नदी से रेत चोरी कर रहे खनन माफिया, गांवों के रास्ते रात के अंधेरे में बालू की होती है सप्लाई

एनजीटी सरकार व पुलिस को ठेंगा दिखाकर अलीपुर इलाके में खनन माफिया दिन-रात यमुना नदी से रेत लूट रहे हैं।यमुना के किनारों पर मशीनें लगाकर व श्रमिकों की मदद से रोज लाखों रुपये का रेत चोरी किया जा रहा है।

By Sonu RanaEdited By: Abhi MalviyaPublished: Fri, 17 Mar 2023 09:19 PM (IST)Updated: Fri, 17 Mar 2023 09:19 PM (IST)
Delhi: यमुना नदी से रेत चोरी कर रहे खनन माफिया, गांवों के रास्ते रात के अंधेरे में बालू की होती है सप्लाई
एनजीटी, सरकार व पुलिस को ठेंगा दिखाकर अलीपुर इलाके में खनन माफिया दिन-रात यमुना नदी से रेत लूट रहे हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एनजीटी, सरकार व पुलिस को ठेंगा दिखाकर अलीपुर इलाके में खनन माफिया दिन-रात यमुना नदी से रेत लूट रहे हैं। यमुना के किनारों पर मशीनें लगाकर व श्रमिकों की मदद से रोज लाखों रुपये का रेत चोरी किया जा रहा है। यमुना से सटे दिल्ली के गांवों व यमुना खादर में 20 से 25 फीट खोदाई कर पहले रेत के टीले बना दिए जाते हैं।

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इसके बाद बुग्गी, ट्रैक्टर-ट्राली, डंपर आदि की मदद से रात के अंधेरे में यमुना ठोकर नंबर सात, आठ, 22 आदि के रास्ते बुराड़ी, केशवनगर, इब्राहिमपुर अलीपुर के मुखमेलपुर, जिंदपुर आदि इलाकों से होते हुए इसे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई कर दिया जाता है।बाद में बिल्डिंग मटिरियल सप्लायर करीब 26 रुपये फीट के हिसाब से लोगों को बेच देते हैं।इस तरह से रोज लाखों रुपये की रेत चोरी की जा रही है।

यमुना के एक तरफ दिल्ली की सीमा लगती है और दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की।रात के अंधेरे में माफिया रेत की सप्लाई दिल्ली के अलग-अलग इलाकों तक करते हैं।जागरण टीम ने जब निरीक्षण किया तो पाया कि खनन माफिया बीते वर्षों में करोड़ों रुपये की रेत चोरी कर चुके हैं।यमुना किनारे कई फीट गहरे गड्ढे किए हुए मिले।आसपास के गांव के लोगों का आरोप है कि यह धंधा प्रशासन व पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है।

ग्रामीण ने बताया कि यमुना के तटीय क्षेत्र के आसपास के गांवों से रोज मिट्टी की चोरी की जाती है।यह रेत डंपर, ट्रैक्टर-ट्राली, बुग्गी पर रात के समय ढोया जाता है।श्रमिकों के लिए यमुना किनारे झुग्गियां बनाई गई हैं।दिन के समय इसे इक्टठा किया जाता है।खनन से नदी के किनारे कटाव पड़ गया है।कई बार पुलिस चेकिंग के लिए गांवों से ही होकर जाती है।खनन माफिया के मुखबिर भी रास्ते में छिपकर बैठ जाते हैं जो पुलिस के आने की खबर खनन माफिया को पहले ही दे देते हैं।एेसे में खनन माफिया भागने में कामयाब हो जाते हैं।

पानी कम होने से जोरों पर है खनन

यमुना में इन दिनों पानी का स्तर काफी कम है।इस वजह से दिन के समय श्रमिक रेत की खोदाई करके उसे बग्गियों में डालकर कुछ जगह इकट्ठा कर देते हैं।श्रमिक यमुना के अंदर तक जाकर रेत निकाल लाते हैं।बाद में रेत सूखने के बाद रात को इसे ट्रैक्टर-ट्रालियों में लोड कर दिया जाता है।

मामले को लेकर क्या बोले पुलिस उपायुक्त?

यमुना से रेत चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए पिकेट लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है।मुखबिरों को भी सक्रिय किया हुआ है। हाल ही में अलीपुर थाना पुलिस ने तीन आरोपित पकड़े हैं।तीनों यमुना से रेत चोरी करके लेकर जा रहे थे।आरोपितों के पास से दो ट्रैक्टर, दो ट्राली व बाइक बरामद की गई है।यमुना से बिल्कुल रेत की चोरी नहीं होने दी जाएगी।

-रवि सिंह, उपायुक्त, बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस


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