Delhi University: डीयू पोर्टल पर उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं कर पाए बड़ी संख्या में छात्र
ओबीई के चौथे दिन यानी मंगलवार को तकनीकी खामियों के चलते परीक्षा पोर्टल काम नहीं किया। नतीजा बड़ी संख्या में छात्र उत्तर पुस्तिका अपलोड ही नहीं कर पाए। छात्रों ने पोर्टल का स्क्रीन शॉट और उत्तर पुस्तिका नोडल अधिकारी को ईमेल किया।
नई दिल्ली, संजीव कुमार मिश्र। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) तीसरे व पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की ओपन बुक परीक्षा करा रहा है। ओबीई के चौथे दिन यानी मंगलवार को तकनीकी खामियों के चलते परीक्षा पोर्टल काम नहीं किया। नतीजा, बड़ी संख्या में छात्र उत्तर पुस्तिका अपलोड ही नहीं कर पाए। छात्रों ने पोर्टल का स्क्रीन शॉट और उत्तर पुस्तिका नोडल अधिकारी को ईमेल किया। अब छात्र परीक्षा परिणामों को लेकर भी चिंतित है। डीयू ईमेल की गई कापियों को विलंब से जांचने की बात कह चुका है।
डीयू सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को तकरीबन दिन भर पोर्टल संबंधी कोई न कोई खामी उजागर होती रही। सुबह स्पैनिश भाषा का पेपर था। लेकिन जब तय समय पर छात्रों ने पोर्टल पर लॉग इन किया तो पता चला कि कोई पेपर ही नहीं है। एक छात्र ने बताया कि परीक्षा सुबह नौ बजे से ही। पेपर इस समय तक पोर्टल पर अपलोड हो जाना चाहिए था, ताकि छात्र डाउनलोड करके लिखे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, जब छात्रों ने शिकायत की तो कहा गया कि परेशान ना हो पेपर तुरंत दिया जाएगा। करीब डेढ़ घंटे देरी से साढ़े दस बजे छात्रों को पेपर मिला। लेकिन समस्याएं यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद की पाली में छात्रों को काफी परेशानी हुई।
भूगोल, हिंदी, भौतिक विज्ञान, समाजशास्त्र, बीए प्रोग्राम इतिहास, व्यवहारिक अनुवाद के छात्रों को उत्तर पुस्तिका अपलोड में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बड़ी संख्या में छात्र उत्तर पुस्तिका पोर्टल पर अपलोड ही नहीं कर पाए, बाद में नोडल अधिकारी को ईमेल किया। अकेले मिरांडा हाउस कॉलेज में भूगोल की 37 छात्राएं, हिंदी की 20, समाजशास्त्र की 33 उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं कर पायी। वहीं राजनीति विज्ञान की 200 से अधिक छात्राओं को भी काफी दिक्कत हुई।
एक छात्रा ने बताया कि उत्तर पुस्तिका अपलोड करने के दौरान पोर्टल के मुख्य पेज पर नेटवर्क कनेक्शन चेक करने और पेज रिफ्रेश करने संबंधी निर्देश आता। हमने कई बार इसे फॉलो किया लेकिन हर बार उत्तर पुस्तिका अपलोड करने की प्रक्रिया फेल हो जाती। डीयू की प्रो आभा देव ने कहा कि ओबीई में छात्र परेशान हो रहे हैं। डीयू को प्रश्न पत्र बनाकर कॉलेजों को सौंप परीक्षा सम्पन्न करानी चाहिए थी, यह तरीका कम से कम ओबीई से तो बेहतर साबित होता।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो