नई दिल्ली [शिवांगी चंद्रवंशी]। राजधानी क्षेत्र में रविवार सुबह आठ बजे से लोकतंत्र का पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व में मतदाता बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। शहर के लोग अपने एक एक वोट की कीमत को समझ कर सुबह से मतदान कर रहे हैं। साफ-सफाई, प्रदूषण के अलावा इस बार लोगों ने नेताओं के इतिहास को जानकर मतदान कर रहे हैं। चिराग दिल्ली के राजकीय विद्यालय में बनाये गए मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंची 81 वर्षीय नरगिस खन्ना और उनके बेटे ने बताया कि उन्होंने माय नेता डाट काम नाम के पोर्टल पर प्रत्याशियों के बैकग्राउंड को पढ़ा और फिर आज वोट डालने आये हैं।
माय नेता डाट काम पर नेताओं का इतिहास पढ़ा
बेटे आशीष ने बताया कि राजधानी में अपराध काफी बढ़ गया है। आये दिन कई बढ़ी आपराधिक घटनाओं की वजह से दिल्ली हमेशा समाचार पत्रों में छाया रहता है। वोट देने से पहले मैंने सबसे पहले नेता का अपराधिक बैकग्राउंड को पता किया। इसके बाद में उनकी शिक्षा और प्रोफेशनल लाइफ को पढ़ा। चुनाव की घोषणा के बाद जब प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार जारी था तभी मैंने सभी पार्टियों के प्रत्याशियों के बारे में इंटरनेट मीडिया पर चेक किया।
वोट देने का मुख्य आधार अपराधियों को रोकना
वहीं उनके साथ मतदान देने पहुंची मां नरगिस ने बताया कि बीते दिनों बुजुर्गों के अपराध की खबरें काफी चर्चा में थी। इसलिए हमारा वोट देने का मुख्य आधार अपराधियों को रोकना है। जहां बार बार मांग उठ रही है कि अपराध की छवि वाले किसी प्रत्याशी को टिकट न दिया जाए और तमाम राजनीतिक पार्टियां भी इससे बचती रही है,लेकिन अब मतदाता भी जागरूक हो गए है। वह अब भेड़ चाल चलन से बच रहे है