Delhi Lockdown Again: दिल्ली सरकार के लॉकडाउन के संकेत से बाजारों में जबरदस्त बेचैनी
लॉकडाउन की संभावना से दिल्ली के बाजार में बेचैनी बढ़ गई है। कई बाजार संगठनों ने अपने बाजार को लॉकडाउन से बचाने को लेकर दिल्ली सरकार से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है। वहीं कुछ कारोबारी संगठनों ने इसे लेकर व्यापारियों की महापंचायत बुलाई है।
नई दिल्ली, नेमिष हेमंत। Delhi Lockdown Again: दिल्ली में फिर से लाॅकडाउन लगने और दिल्ली के बाजार बंद होने की खबरें आने से दिल्ली के व्यापारियों में भी जबरदस्त बेचैनी शुरू हो गई है। कई बाजार संगठनों ने अपने बाजार को लॉकडाउन से बचाने को लेकर दिल्ली सरकार से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है। वहीं, कुछ कारोबारी संगठनों ने इसे लेकर व्यापारियों की महापंचायत बुलाई है। व्यापारियों के संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने बुधवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग का आयोजन करके व्यापारियों की महापंचायत बुलाई है जिसमें दिल्ली की तकरीबन 200 व्यापारिक संस्थाएं हिस्सा लेंगी।
कैट ने लॉकडाउन लगाने से पहले व्यापारियों से सलाह करने का किया आग्रह
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल व अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि मीटिंग में सभी मार्केट संगठनों से बाजारों में बढ़ रही भीड़ के साथ-साथ हो रही लापरवाही पर भी चर्चा की जाएगी। सभी मार्केट संगठनों से अनुरोध किया जाएगा कि वो अपने अपने मार्केट में ये सुनिश्चित करें कि उनके मार्केट में कोरोना संबंधित नियमों का उल्लंघन नहीं हो रहा है। संगठनों के पदाधिकारियों से अनुरोध किया जाएगा कि वो स्वयं बाजार का दौरा करें और देखें कि उनके बाजार में मास्क, शारीरिक दूरी आदि नियमों का पूरी तरह से पालन हो रहा है कि नहीं। नहीं हो रहा है तो उसे दुरुस्त करें।
सीटीआइ ने बुलाई व्यापारियों की महापंचायत
मीटिंग में चांदनी चौक, कशमीरी गेट, चावड़ी बाजार, नया बाजार, खारी बावली, सदर बाजार, कमला नगर, कनॉट प्लेस, नेहरू प्लेस, सरोजिनी नगर, राजौरी गार्डन, गांधी नगर, खान मार्केट, शाहदरा, मायापुरी, लाजपत नगर, रोहिणी, पीतमपुरा, तिलक नगर, मालवीय नगर, ग्रीन पार्क, ग्रेटर कैलाश आदि बाजार संगठनों को आमंत्रित किया गया है।
200 व्यापारिक संस्थाएं लेंगी हिस्सा
सीटीआइ के महासचिव विष्णु भार्गव और रमेश आहूजा ने बताया कि दिल्ली में अगर बाजारों को दोबारा बंद किया गया तो व्यापारी वर्ग इससे होने वाले आर्थिक नुकसान को नहीं झेल पाएगा। लाॅकडाउन का सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को ही झेलना पड़ा है, हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी बाजार को दोबारा से बंद किया जाए।
वहीं, सदर बाजार के कारोबारी संगठन फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने इस संबंध में गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर फिर से लॉकडाउन नहीं लगाने की मांग की है। उन्हाेंने कारोबारियों की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि किसी प्रकार दुकानदार कारोबार को पटरी पर लाने में जुटे हैं, जबकि फिर से लॉकडाउन लगने की स्थिति में दुकानदारों की आर्थिक स्थिति काफी विकट हो जाएगी।
ऑनलाइन सर्वे शुरू
संभावित लॉकडाउन को लेकर कारोबारी संगठन कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भी व्यापारियों के बीच ऑनलाइन सर्वे कराना शुरू कर दिया है। कैट ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से आग्रह किया है। लाखों व्यापारियों और उनके कर्मचारियों और अन्य लोगों की आजीविक से संबंधित इस प्रस्ताव पर कोई निर्णय लेने से पहले दिल्ली के व्यापारियों से सलाह मशवरा जरूर किया जाए।
निशाने पर सरकार
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह का प्रस्ताव दिल्ली में कोरोना मुद्दे से निपटने में दिल्ली सरकार की पूरी तरह से विफलता को दर्शाता है जबकि गत दिनों में उनके मंत्रियों और दिल्ली सरकार ने कोविद स्थिति को संभालने के लंबे दावे किए जो केवल हवाई साबित हुए हैं।
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