'प्रदूषण, पानी की कमी और बिजली संकट से जूझ रही है दिल्ली, आराम से बैठे हैं केजरीवाल'
गोयल ने कहा कि यह कहना गलत है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी हड़ताल पर हैं, क्योंकि अधिकारी लगातार अपना कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ उपराज्यपाल के दफ्तर पर कब्जा किए आराम से बैठे हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा राजनिवास में चल रहे धरने को लेकर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर दिल्ली के संवैधानिक संकट को लेकर चर्चा की। साथ ही दिल्ली में चल रही बिजली-पानी की समस्याओं की जानकारी दी।
आराम से बैठे हैं केजरीवाल
गोयल ने कहा कि दिल्ली जब भारी प्रदूषण, पानी की कमी और बिजली की कटौती से जूझ रही है, तब दिल्ली के मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ उपराज्यपाल के दफ्तर पर कब्जा किए आराम से बैठे हैं। अपनी जिम्मेदारियों से भागने वाले और संविधान को बार-बार अपमानित करने वाले मुख्यमंत्री को अपने पद पर रहने का कोई हक नहीं है। अगर इसी तरह सरकार चलानी है तो उनको बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
पद पर बने रहने का अधिकार नहीं
गोयल ने कहा कि केजरीवाल सरकार का दावा है कि तीन साल में उन्हें कोई काम नहीं करने दिया गया तो इसका मतलब यह है कि तीन साल में उन्होंने कुछ काम किया ही नहीं। इसलिए दिल्ली सरकार को एक मिनट भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है।
मुख्य सचिव को पिटवाते हैं
भाजपा नेता ने कहा कि पहले तो वह सरकारी अधिकारियों, यहां तक कि मुख्य सचिव को पिटवाते हैं और फिर उपराज्यपाल के खिलाफ गलत शब्द इस्तेमाल करते हैं। ऊपर से आशा करते हैं कि उपराज्यपाल अफसरों को सहयोग करने के लिए कहें।
काम कर रहे हैं अधिकारी
गोयल ने यह भी कहा कि यह कहना गलत है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी हड़ताल पर हैं, क्योंकि अधिकारी लगातार अपना कार्य कर रहे हैं। दूसरे लोग कार्य न करें, इसके लिए केजरीवाल तरह-तरह के उपायों में लगे रहते हैं। जिसका एक प्रमुख उदाहरण निगमों को फंड जारी न करना है।
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