कारोबारी मेहुल चौकसी की याचिका पर सुनवाई 6 नवंबर तक टली
याचिका में चौकसी ने दावा किया है कि उन्हें भारत में कई अपराध में गलत तरीके से फंसाया गया है और सभी मामले की विभिन्न अदालतों व एजेंसियों के समक्ष जांच चल रही है। चौकसी नीरव मोदी और उनकी पत्नी अमी भारत से फरार हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज 'बैड-ब्वॉय बिलिनेयर' के खिलाफ भगोड़े कारोबारी मेहुल चौकसी की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में अब 6 नवंबर को सुनवाई होगी। इससे पहले हुई सुनवाई के दौरान पंजाब नेशनल बैंक के 13500 करोड़ रुपये के धाेखाधड़ी घोटाला मामले में आरोपित मेहुल चौकसी की याचिका पर न्यायमूर्ति नवीन चावला की पीठ ने कहा था कि ओवर-द-टॉप (ओटीटी) मीडिया सर्विस पर चलने वाले कंटेंट पर नियंत्रण नहीं है। पीठ ने मेहुल चौकसी से कहा था कि वह उपयुक्त मंच पर मामले को उठाएं या फिर सिविल वाद दायर करें। वहीं, नेटफ्लिक्स की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता नीरज किशन कौल ने तर्क रखा था कि ओटीटी के कंटेंट को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया था कि सीरीज में 2 मिनट ही चौकसी पर समर्पित है। सीरीज के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा था कि यह सीरीज नीरव मोदी पर है और इसमें नीरव मोदी को अपने चाचा के साथ काम करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें मेहुल के विभिन्न एजेंसियों पर दिए गए साक्षात्कार काे दर्शाया गया है जोकि पहले से ही सार्वजनिक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस सीरीज का चौकसी के मुकदमे से कोई वास्ता है, जोकि लंबित है। वहीं दयन कृष्णन ने कहा कि चौकसी भगोड़ा है और वह दूसरे देश की नागरिकता भी ले चुका है।
याचिका में चौकसी ने दावा किया है कि उन्हें भारत में कई अपराध में गलत तरीके से फंसाया गया है और सभी मामले की विभिन्न अदालतों व एजेंसियों के समक्ष जांच चल रही है। मेहुल चौकसी, नीरव मोदी और उनकी पत्नी अमी भारत से फरार हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने मेहुल चौकसी, अमी मोदी और उनके पति नीरव मोदी समेत अन्य के खिलाफ षड्यंत्र और मनी लांड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया है।
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