'तानाशाही के खिलाफ वोट कर रहे लोग...', दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने परिवार के साथ किया मतदान
दिल्ली की सभी सात सीटों पर मतदान जारी है। दोपहर 11 बजे तक 21.56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अपने परिवार के साथ सिविल लाइन्स क्षेत्र स्थित मतदान बूथ पहुंचकर वोट डाला। इस दौरान सभी मतदाताओं से अपील की कि तानाशाही बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डालने जरूर जाएं।
जागरण संवाददाता, दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को परिवार सहित सिविल लाइन्स क्षेत्र स्थित पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान किया।
वोट डालने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा, " तानाशाही, महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ लोग बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन मुद्दों के खिलाफ वोट करने के लिए भीषण गर्मी के बावजूद मतदान केंद्रों पर पहुंचें। बता दें कि दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम केजरीवाल 1 जून तक अंतरिम जमानत पर हैं।
मैंने अपने पिता, पत्नी और बच्चों के साथ आज वोट डाला। मेरी माता जी की तबियत बहुत ख़राब है। वो नहीं जा पाईं। मैंने तानाशाही, बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ वोट डाला। आप भी वोट डालने ज़रूर जाएँ। pic.twitter.com/iCot3wOybH— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 25, 2024
11 बजे तक 21.56 प्रतिशत मतदाताओं ने दिए वोट
पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में मतदान को लेकर लोगाें में उत्साह नजर आ रहा है। निर्वाचन विभाग के अनुसार सुबह से 11 बजे तक 21.56 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। मतदान को लेकर शुरुआती नतीजों को देखकर इस बात की पूरी संभावना है कि शाम तक यह आंकड़ा 60 प्रतिशत से उपर पहुंचेगा।
इसे तेज गर्मी से बचने की जुगत कहें या फिर पहले मतदान फिर जलपान की अपील का असर, लोग सुबह के समय ही घरों से निकलकर मतदान केंद्र का रुख करने लगे थे। यह स्थिति पाश इलाकों से लेकर अनियोजित कॉलोनियों, पुनर्वासित कॉलोनियों, ग्रामीण इलाके, हर जगह दिखाई दी।
आधी आबादी की भी खूब नजर आ रही संख्या
मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं। मुस्लिम बहुल इलाकों में भी महिलाएं सुबह के समय बड़ी तादाद में मतदान के लिए पहुंची। बुजुर्ग महिलाओं की भी अच्छी खासी तादाद मतदान केंद्रों पर दिखी।
पहली बार मतदान का विशेष अनुभव
मतदान केंद्रों पर ऐसे युवा जिन्होंने पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल किया, उनमें काफी उत्साह नजर आया। इनका कहना था कि अभी तक उन्होंने परिवार के बड़ों को खासकर माता पिता को मतदान करते देखा था। उनके हाथों में लगी स्याही को देखकर लगता था कि आखिर कब आएगा जब हमारे हाथों में भी स्याही लगेगी। अब जब वह दिन आ गया, अंगुली पर स्याही लग गई तो काफी अच्छा लग रहा है।
इंद्रा पार्क की रहने वाली मुस्कान ने बताया कि उन्होंने मतदान से एक दिन पहले पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के तमाम प्रत्याशियों के बारे में इंटरनेट से जानकारी जुटाई। वे क्षेत्र के लिए किस तरह की सोच रखते हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई। पूरी रात यह सोचा कि वोट किसे करना है। सुबह जब घर से मतदान केंद्र के लिए निकली , तो हम यह सोचकर निकले कि इस प्रत्याशी को ही वोट करना है।
इसी तरह उत्तम नगर की कनिका व भारवी का कहना था कि उन्होंने देशहित में कौन प्रत्याशी व कौन सी पार्टी सही है, इसे लेकर मंथन किया और तब योग्य प्रत्याशी को वोट किया।
मुस्लिम मतदाताओं में उत्साह, मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें
उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मतदाताओं में अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर लाइनें लगनी शुरू हो गई थी। युवाओं से लेकर महिलाएं व बुजुर्ग मतदान करने के लिए उत्सुक है। स्थानीय मुद्दों पर लोग जमकर मतदान कर रहे हैं।
ब्रह्मपुरी स्थित आर्यन पब्लिक स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र में 500 मीटर लाइनें सुबह से ही लगी थी। सूरज की तपीश बढ़ने से पहले लोग मतदान करना चाहते थे। सुबह दस बजे पूरी दिल्ली में सबसे अधिक मतदान उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र में 24.49 प्रतिशत हुआ। गर्मी की शिद्दत बढ़ने लगी है, लोगो का उत्साह कम नहीं हो रहा। लोग अपने परिवार, दोस्तों के साथ वोट कर रहे हैं।