प्राकृतिक रंगों को खुद में संजोए है मिनी चिल्ड्रन पार्क , बच्चों के लिए लगाए गए है झूले
पक्षियों की चहचहाहट से पार्क गुलजार रहता है और पार्क में सैर करने आए लोगों के मन को शांति मिलती है। स्थानीय लोगों के साथ इलाके के लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित कॉलोनियों से भी लोग यहां सैर-सपाटे के लिए आते हैं।
पुष्पेंद्र कुमार, पूर्वी दिल्ली। संजय झील पार्क के एक छोर में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा मिनी चिल्ड्रन पार्क तैयार किया गया है। तीन से चार किलोमीटर तक फैले पार्क में फूल पौधों की हरियाली के साथ पार्क की झील में अठखेलियां लेती हुई बत्तख देखने का सुखद एहसास होता है। संजय झील पार्क में तैयार मिनी चिल्ड्रन पार्क एक साथ कई प्राकृतिक रंगों को खुद में संजोए हुए है यह पार्क बच्चों की पसंदीदा जगह बन गया है।
डीडीए पूर्वी डिवीजन के सिविल विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) अमित यादव ने बताया कि संजय झील पार्क में बच्चों के लिए झूले तो पहले से ही थे, लेकिन पार्क के एक छोर को सिर्फ बच्चों के लिए तैयार किया गया है जिसमें विशेष प्रकार के झूले लाए गए है, जो बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। अक्सर यहां परिवार पिकनिक मनाने आते है। जो खाने पीने के साथ साथ कई प्रकार के खेल भी खेलते है।
सर्दी में खासकर दोपहर के समय यहां लोगों का जमावड़ा रहता है। अक्सर आपको रनिंग ट्रेक पर लोग दौड़ते व चलते दिखाई देगें। भाग दौड़ भरी जिंदगी में पार्क में घूमना सुखद एहसास का परिचायक है। साथ ही कहा कि झील पर बना झूला पुल भी विशेष आकर्षण बना हुआ है। जो सैलानियों को खूब भाता है। ऋषिकेश में बने लक्ष्मण झूले की तरह भी इस पर से गुजरते हुए आपको हिलने वाला अहसास मिलेगा।
जंगल की तरह लगता है पार्क : संजय झील पार्क में काफी पेड़ व हरियाली होने के कारण यह एक दम जंगल की तरह लगता है। यहां पेड़ों पर तरह-तरह के पक्षियों का जमावड़ा लगा रहता है। पार्क के बीचों-बीच झील का होना, खूबसूरती में चार चांद लगाने जैसा है। हरियाली और ऊंचे पेड़ों की भारी तादाद भी अन्य पक्षियों को पार्क की ओर आकर्षित करता है। विभिन्न मौसमों में यहां बाहरी पक्षियों का भी आवागमन होता रहता है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो