CBSE पेपर लीक मामला: 18 छात्रों समेत 25 लोगों से हुई पूछताछ, घेरे में कोचिंग सेंटर
एसआइटी पता लगा रही है कि छात्र-छात्राओं के वाट्सएप पर किसने प्रश्नपत्र भेजे थे। साथ ही मुख्य आरोपी व उसके स्त्रोत के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) दसवीं के गणित व बारहवीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के मामले में क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने बृहस्पतिवार को 18 छात्र समेत कुल 25 लोगों से पूछताछ की। इनमें 11 विभिन्न स्कूलों के छात्र, सात विभिन्न कॉलेजों के छात्र, पांच ट्यूटर व दो अन्य लोग शामिल हैं। ट्यूटर में एक महिला भी शामिल है, जिसका लाजपत नगर में कोचिंग सेंटर है।
24 घंटे पहले लीक हो गया था पेपर
एसआइटी ने बुधवार रात दिल्ली-एनसीआर में करीब 10 जगहों पर छापेमारी भी की। हालांकि, हिरासत में लिए गए लोगों व उनसे जब्त दस्तावेजों के संबंध में आधिकारिक जानकारी नहीं दी जा रही है। जिन 25 लोगों से पूछताछ की गई है उन्होंने कबूल किया है कि 10वीं के गणित व 12वीं के अर्थशास्त्र का पेपर परीक्षा शुरू होने से 24 घंटे पहले लीक हो गया था। असली पेपर को देखकर पहले हाथ से सादे कागजों पर प्रश्नों को लिखा गया, फिर उसकी तस्वीरें वाट्सएप के जरिये बांटी गईं। 24 घंटे पहले पेपर मिलने से छात्र-छात्राओं को प्रश्नों की तैयारी करने का काफी समय मिल गया। विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच आरपी उपाध्याय के मुताबिक, सभी 25 में से एक को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है। उनसे परीक्षा से जुड़ी जानकारियां प्राप्त की गई हैं। जरूरत पड़ने पर उनसे फिर पूछताछ की जाएगी।
कुछ जगहों की सीसीटीवी फुटेज जब्त
बता दें कि सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर दो मुकदमा दर्ज करने के बाद एसआइटी ने बुधवार रात से ही जांच शुरू कर दी थी और लीक से जुड़े सबूत आरोपी कहीं मिटा न दें, इसलिए बृहस्पतिवार सुबह होते ही एसआइटी ने कार्रवाई तेज कर दी। एसआइटी पता लगा रही है कि छात्र-छात्राओं के वाट्सएप पर किसने प्रश्नपत्र भेजे थे। साथ ही मुख्य आरोपी व उसके स्त्रोत के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पूछताछ में कुछ छात्रों ने दोस्तों के जरिये पेपर मिलने की बात कही है। एसआइटी के मुताबिक, छात्र-छात्राओं से पूछताछ के दौरान उनके मोबाइल नंबर व अन्य जरूरी जानकारियां ले ली गई हैं। पेपर लीक की आशंका के मद्देनजर जितने ठिकाने चिह्नित किए गए हैं, उनमें से कुछ जगहों की सीसीटीवी फुटेज भी जब्त की गई है।
शिकायत में केवल विक्की का ही नाम
एसआइटी में शामिल अधिकारी का कहना है कि सीबीएसई ने लिखित शिकायत में ओल्ड राजेंद्र नगर में पिछले दस सालों से कोचिंग सेंटर चलाने वाले विक्की पर शक जताया था। लिहाजा उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वह विद्या कोचिंग सेंटर का मालिक है और सेंटर में दसवीं व 12वीं के छात्रों को गणित व अर्थशास्त्र पढ़ाता है। उसने 1996 में डीयू से बीकॉम किया है। सीबीएसई ने शिकायत में केवल विक्की का ही नाम दिया, इसलिए एसआइटी उससे सख्ती से पूछताछ कर रही है।
एसआइटी ने सीबीएसई से मांगी जानकारी
एसआइटी ने सीबीएसई से कई जानकारी मांगी हैं। मसलन, परीक्षा केंद्रों व छात्रों तक पेपर पहुंचाने का तरीका क्या है? सुरक्षा के लिए किस तरह की सावधानियां बरती जाती हैं? पेपर किन-किन प्रिंटिंग प्रेस से छपवाए गए? । ज्ञात रहे कि सीबीएसई पेपर लीक मामले में एक एफआइआर 27 मार्च व दूसरी 28 मार्च को दर्ज की गई। इसके बाद मामले की विस्तृत जांच के लिए क्राइम ब्रांच के 11 अधिकारियों की एसआइटी बनाई गई।
पेपर लीक के खिलाफ एनएसयूआइ का प्रदर्शन
सीबीएसई 10वीं और 12वीं के पेपर लीक होने के बाद नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के बाहर शुक्रवार को प्रदर्शन करने की घोषणा की है। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने बताया कि कुल 34 लाख छात्र पेपर लीक से प्रभावित हुए हैं। यदि उनके परिवार के लोगों की परेशानी भी जोड़ ली जाए तो यह संख्या एक करोड़ से अधिक हो जाएगी। दोबारा यह परीक्षा करवाना विद्यार्थियों व उनके परिजनों के लिए भी प्रताड़ना से कम नहीं है। यह विद्यार्थियों के साथ धोखा है। हम मानव संसाधन विकास मंत्री और सीबीएसई चेयरमैन के इस्तीफे की मांग करते हैं। शुक्रवार दोपहर 12 बजे होने वाले इस प्रदर्शन में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी भी शामिल होंगे।
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