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Delhi: अंकित गुर्जर की मौत मामले में तिहाड़ जेल के अधिकारी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल, गैर इरादतन हत्या का है आरोप

Delhi News अधिकारियों ने कहा कि सीबीआइ को पहले ही मीणा के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल चुकी है और विशेष अदालत को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है। जांच एजेंसी बाकी पांच गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ जल्द ही पूरक आरोप पत्र दाखिल करेगी।

By Abhishek TiwariEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2022 08:07 AM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2022 08:07 AM (IST)
अंकित गुर्जर की मौत मामले में तिहाड़ जेल के अधिकारी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल

नई दिल्ली, एजेंसी। पिछले साल जेल में गैंगस्टर अंकित गुर्जर की मौत के मामले में सीबीआइ ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के उपाधीक्षक नरेंद्र मीणा पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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मई में नरेंद्र मीणा को किया गया था गिरफ्तार

जांच एजेंसी ने इस साल मई में मीणा को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद तिहाड़ जेल के पांच अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। सहायक अधीक्षक दीपक डबास और हेड वार्डर दिनेश चिकारा को 27 जुलाई को हिरासत में लिया गया, जबकि एक अन्य सहायक अधीक्षक राम अवतार मीणा और वार्डर हरफूल मीणा और विनोद मीणा को तीन अगस्त को गिरफ्तार किया गया।

पांच अन्य के खिलाफ अभी चल रही जांच

उन्होंने बताया कि सभी छह आरोपित अभी न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआइ की विशेष अदालत के समक्ष दायर आरोपपत्र में एजेंसी ने कहा है कि नरेंद्र मीणा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के तहत आरोपपत्र की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि शेष अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है।

तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद था अंकित गुर्जर

कई हत्याओं में आरोपित अंकित गुर्जर तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद था। वह चार अगस्त, 2021 को मृत पाया गया। सीबीआइ का आरोप है कि गुर्जर पर जेल के छह अधिकारियों ने सुनियोजित तरीके से हमला किया।

एजेंसी ने आरोप लगाया है कि अंकित सेल फोन जैसी सुविधाओं का लाभ उठाने को विभिन्न स्नोतों के माध्यम से तिहाड़ के अधिकारियों की मुट्ठी गर्म करता था, लेकिन जेल में नरेंद्र मीणा के भ्रष्टाचार की कहानियां आने के बाद रिश्ते में खटास आ गई।

मीणा ने गुर्जर से की थी पांच लाख रुपये की मांग

एजेंसी ने आरोप लगाया है कि मीणा ने सेल फोन का प्रयोग करने के लिए गुर्जर से पांच लाख रुपये की मांग की थी। बाद में सौदा करीब 2.25 लाख में पटा। दो लाख रुपये गुर्जर के एक सहयोगी ने एक हेड वार्डर को सौंपे दिए। गुर्जर की तिहाड़ जेल में बंद एक अन्य कथित गैंगस्टर रोहित चौधरी से दोस्ती हो गई, जिसने उसे सेल फोन के इस्तेमाल जैसे छोटे-मोटे कामों के लिए इतनी बड़ी रकम खर्च से मना किया।

उसकी सलाह मान गुर्जर ने मीणा को जब बकाया 25 हजार रुपये देने से मना किया, तो उसका उत्पीड़न होने लगा। मीणा ने उसे सबक सिखाने की ठान ली। तीन अगस्त, 2021 को एक सीसीटीवी तकनीशियन को वार्ड 5 ए के पास एक सेलफोन छिपा मिला। गुर्जर यहीं बंद था। तब मीणा को बदला लेने का मौका मिल गया।


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