अगले सप्ताह तक खत्म हो जाएगा किसानों का आंदोलन, बनाई गई रणनीति, प्यार से वापस लौट चले जाएं नहीं तो....
बड़े शहरों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रदेशों में धारा 144 लगा दी गई है। लोग एक जगह पर जमा न हो जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके धरना देकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर इसका असर नहीं दिख रहा है।
एक दो बार तो स्थानीय लोग भी इस धरना प्रदर्शन के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर चुके हैं मगर कोई हल नहीं निकला। जब से आंदोलन शुरू हुआ है उसके बाद से यहां बने पेट्रोल पंप, छोटी दुकानें, ढाबे जैसी 400 से अधिक दुकानें बंद हो चुकी हैं, लोग अपना कारोबार समेटकर दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके हैं। पेट्रोल पंपों पर तेल की बिक्री बंद हो चुकी है।
अब सरकार ने रणनीति तैयार की है कि कम से कम दो बार इन किसानों को समझा-बुझाकर आंदोलन स्थल से स्वयं ही हट जाने के लिए मनाया जाएगा। पहले चरण में बार्डर के साथ लगते जिलों के उपायुक्त इन किसानों से बात करेंगे। फिर सरकार स्वयं अपने प्रतिनिधियों के जरिये बातचीत करेगी। दो बार बातचीत करने के बाद यदि नहीं माने तो इन किसानों को पुलिस व अर्धसैनिक बलों के बूते हटा दिया जाएगा।
देश भर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी के साथ फैल रही है। केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि पिछले साढ़े तीन माह से धरने पर बैठे यह आंदोलनकारी कोरोना संक्रमण का शिकार न हो जाएं। यदि वे संक्रमित होते हैं तो दूसरे लोगों में भी संक्रमण तेजी के साथ फैलने का खतरा बना रहेगा। इसलिए सरकार चाहती है कि इन किसानों को प्यार से समझाकर आंदोलन स्थल से उठाया जाए। यदि वे बाद में आंदोलन करना चाहें तो उन्हें कोई एक जगह प्रदान की जा सकती है।
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