Move to Jagran APP

Delhi Farmer Protests: भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा- कृषि कानूनों से किसानों को तिनका भर भी नुकसान नहीं

Delhi Farmer Protests पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने किसानों को बिचौलियों-दलालों से सचेत रहने को कहा है। राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस व अन्य पार्टियां इस कानून को लेकर किसानों को गुमराह कर रही हैं। इन्हें किसानों के हित से कोई लेना-देना नहीं है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 07:54 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 07:54 AM (IST)
Delhi Farmer Protests: भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा- कृषि कानूनों से किसानों को तिनका भर भी नुकसान नहीं
पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। Delhi Farmer Protests:  3 केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसानों का दिल्ली-एनसीआर में प्रदर्शन जारी है। किसानों के समर्थन में जहां विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने तीनों कृषि बिलों के फायदे बताने के साथ कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है।

loksabha election banner

किसान बिचौलियों से रहें सावधान

दिल्ली से भाजपा के लोकसभा सांसद प्रवेश वर्मा का कहना है कि भाजपा कृषि कानूनों को किसानों के हित में बता रही है। उसका कहना है कि राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस व अन्य पार्टियां इस कानून को लेकर किसानों को गुमराह कर रही हैं। इन्हें किसानों के हित से कोई लेना-देना नहीं है। पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने किसानों को बिचौलियों-दलालों से सचेत रहने को कहा है।

किसान कर रहे देश का माहौल खराब

प्रवेश वर्मा ने बताया कि देश के किसानों को गुमराह करके माहौल खराब करने की साजिश रची जा रही है। हिंदुस्तानियों को भड़काकर अलग करना कोई नई बात नहीं है। पहले अंग्रेजों ने हमें लड़वाया और अब कांग्रेस किसानों को भड़का रही है। हम सभी को कांग्रेस व अन्य पार्टियों की साजिश से सचेत रहना होगा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों को एक तिनका भर भी नुकसान नहीं है। इससे यदि नुकसान है तो सिर्फ बिचौलियों, दलालों और जमाखोरों को। इन सभी को कांग्रेस के शासन में संरक्षण मिला हुआ था।

नहीं खत्म किया जा रहा है फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य

उन्होंने कहा कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म किया जा रहा है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। सरकार एमएसपी पर पिछले सीजन से ज्यादा फसलें खरीद रही है। बावजूद इसके एमएसपी के नाम पर किसानों को गुमराह करने के पीछे आखिर मंशा क्या है, यह जानना जरूरी है। 

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.