कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए तैयार है भाजपा, देशभर में तैयार होंगे 4 लाख स्वयंसेवक
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर भाजपा ने बूथ स्तर पर स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैनात करने का फैसला किया है। पूरे देश में लगभग चार लाख और दिल्ली में 12 हजार के करीब स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैयार किए जा रहे हैं जिससे स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर की जा सके।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को अस्पतालों में बेड व आक्सीजन नहीं मिल रही थी। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से मरीजों के इलाज में परेशानी हुई। सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और राजनीतिज्ञों द्वारा कई कोरोना केयर केंद्र तो बना दिए गए लेकिन वहां मरीजों का इलाज व देखभाल करने के लिए डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव था। इस वजह से कई कोरोना केयर केंद्रों का उपयोग नहीं हो सका। इसे ध्यान में रखकर भाजपा ने बूथ स्तर पर स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैनात करने का फैसला किया है। पूरे देश में लगभग चार लाख और दिल्ली में 12 हजार के करीब स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैयार किए जा रहे हैं, जिससे कि कोरोना की तीसरी लहर आने पर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी दूर की जा सके।
डॉ. अनिल गुप्ता होंगे प्रदेश प्रभारी
राष्ट्रीय व प्रदेश से लेकर बूथ स्तर पर स्वास्थ्य स्वयंसेवक काम करेंगे। राष्ट्रीय स्तर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के के लिए चार लोगों की टीम बनाई गई है। राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ, सीटी रवि व डी पुरंदेश्वरी के साथ ही हिमाचल के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा, राजीव ¨बदल इस टीम में शामिल हैं। प्रत्येक राज्य में एक प्रमुख व चार सह प्रमुख होंगे। डा. अनिल गुप्ता को दिल्ली का प्रमुख बनाया गया है। डा. अनिल गोयल, सत्य नारायण गौतम, विनोद सहरावत व नीतू डबास सह प्रमुख होंगे।
प्रत्येक जिले व मंडल में होगी चार लोगों की टीम
प्रत्येक जिले व मंडल में चार लोगों की टीम बनाई जा रही है। एक प्रमुख व अन्य सह प्रमुख होंगे। इसी तरह से प्रत्येक शहरी केंद्र पर तीन लोगों की टीम तैयार की जाएगी। एक शहरी केंद्र में चार से पांच मतदान केंद्र होते हैं। जिला स्तरीय टीम का गठन हो गया है। जल्द ही मंडल व शहरी केंद्र की टीम बन जाएगी।
प्रत्येक टीम में डॉक्टर व महिला अनिवार्य
प्रदेश से लेकर मंडल स्तरीय टीम में एक डाक्टर और एक महिला को अनिवार्य रूप से जगह मिलेगी। शहरी केंद्र की टीम में भी डाक्टर को रखने की कोशिश होगी। डाक्टर उपलब्ध नहीं होने पर किसी स्वास्थ्य कर्मी को रखा जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक टीम में एक आइटी क्षेत्र के कार्यकर्ता को शामिल किया जाएगा।
सभी को मिलेगा ऑनलाइन प्रशिक्षण
स्वास्थ्य स्वयंसेवकों को चार-चार घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी माह टीम गठन व प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया जाएगा। कोरोना मरीजों ऑक्सीजन देने, अस्पताल पहुंचाने, होम आइसोलेशन में सहयोग करने और कोरोना केयर केंद्र में मरीजों के देखभाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा।