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केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने फिर लिखा केजरीवाल को पत्र, मोहल्ला क्लीनिक को बताया फ्लॉप

डॉ. हर्षवर्धन ने केजरीवाल को एक बार फिर पत्र लिखा है औऱ कहा कि वह दिल्ली के लाखों जरूरतमंदों को आयुष्मान भारत योजना से वंचित रखते हुए केवल सियासत कर रहे हैं।

By Edited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 11:06 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2019 10:31 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने फिर लिखा केजरीवाल को पत्र, मोहल्ला क्लीनिक को बताया फ्लॉप

नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आयुष्मान भारत योजना को लेकर सियासत करने का आरोप लगाया है। शनिवार को हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि वह दिल्ली के लाखों जरूरतमंदों को इस योजना से वंचित रखते हुए केवल सियासत कर रहे हैं। हर्षवर्धन इससे भी खफा दिखे कि मुख्यमंत्री ने उनके पहले लिखे पत्र पर गंभीरतापूर्वक विचार की जगह ट्विटर पर जवाब दिया।

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हालांकि उन्होंने इसे कई मामलों में बेहतर बताते हुए इसे दिल्ली में लागू करने और दिल्ली के लोगों की भलाई के लिए साथ मिलकर काम करने का केजरीवाल से आग्रह भी किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने पहले भी पत्र लिखकर केजरीवाल से दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का आग्रह किया था, लेकिन केजरीवाल ने खामियां गिनाते हुए इसे लागू करने से मना कर दिया है।

नए पत्र में दिल्ली सरकार की कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि बहु-स्तरीय सार्वभौमिक कवरेज स्वास्थ्य योजना सहित दिल्ली सरकार की अन्य योजनाएं काफी पहले घोषित की गई थीं, जो केजरीवाल सरकार के साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी लागू नहीं की जा सकी हैं। जहां मोहल्ला क्लीनिक फ्लॉप है, वहीं दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की स्थिति भी काफी दयनीय है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारी अस्पतालों के माध्यम से जनता को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में इसे प्राप्त करने के लिए लोगों को अपनी जेब से रुपये खर्च करने पड़ते हैं, विशेष रूप से महंगे इलाज के लिए। वहीं, प्रधानमंत्री जन योजना(पीएम जय योजना ) से दिल्ली के लगभग 30 लाख (कुल आबादी के 15 फीसद) गरीब और कमजोर वर्ग को सीधे फायदा मिलेगा। जो परिवार 2011 में प्रति माह 10 हजार रुपये से कम कमा रहे थे, वो भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

इन परिवारों की पहचान सामाजिक, आर्थिक व जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों से की गई है। 2011 में दिल्ली में एक अकुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी 6,656 रुपये और कुशल श्रमिक की 8,112 रुपये थी। इसके अलावा इसके लाभार्थी पसंद के किसी निजी अस्पताल में इलाज के लिए जा सकते हैं। इसके लिए उन्हें सरकारी अस्पताल से रेफर लेने की जरूरत नहीं है। जबकि राज्य सरकार की योजना के लाभार्थी निजी अस्पतालों का लाभ तभी उठा सकते हैं, जब उन्हें सरकारी अस्पतालों से रेफर किया जाता है।

उन्होंने एक और विशेषता का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम जय योजना पोर्टेबिलिटी प्रदान करता है और इसके लाभार्थी देशभर के 15 हजार से अधिक बड़े अस्पतालों में से किसी में भी इलाज करा सकते हैं। अक्सर लोग विभिन्न कारणों से देश के अलग-अलग हिस्सों में आते-जाते रहते हैं, इसलिए यह सुविधा काफी महत्वपूर्ण है। जबकि दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना में इसका कोई प्रावधान नहीं है। यदि किसी को दिल्ली से बाहर जाना पड़ेगा तो वह इस सुविधा से वंचित रह जाएगा। उन्होंने कहा कि यह योजना स्टेट ऑफ द आर्ट आइटी सिस्टम का उपयोग करता है।

इसके तहत लाभार्थियों को दिए गए उपचार के लिए इलेक्ट्रॉनिक डाटा सरकार के पास मौजूद रहते हैं, जिसका विश्लेषण कर मरीजों का सही इलाज सुनिश्चित किया जाता है। आज विश्व के अधिकतर देश इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं और आयुष्मान योजना इसी दिशा में काम कर रही है। इलेक्ट्रॉनिक डाटा की उपलब्धता से राज्य वास्तविक समय में मरीजों का प्रोफाइल प्राप्त करने में सक्षम हैं।

बीमारी के लक्षण डाटा से देखे जा सकते हैं और तेजी से इलाज शुरू किया जा सकता है। वहीं दिल्ली की योजना में यह सुविधा नहीं है। उन्होंने बताया कि योजना लागू होने के 8 महीने में 10.74 करोड़ परिवारों में से केवल 10 परिवार ही अब तक पांच लाख तक बीमा कवर का लाभ उठा सके हैं। इसीलिए पांच लाख रुपये का बीमा कवर समुचित है। अधिकतर मरीजों का इससे कम में ही इलाज हो गया है।

हर्षवर्धन ने दिल्ली के सभी नागरिकों को 30 लाख रुपये तक का असीमित स्वास्थ्य बीमा कवर देने के दावे को भ्रामक और हास्यास्पद बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए वह लगातार भ्रामक योजनाएं लाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

मोहल्ला क्लीनिकों के निरीक्षण के लिए डॉ. हर्षवर्धन को न्योता

आयुष्मान भारत योजना को लेकर दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच बढ़ी रार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने मोहल्ला क्लीनिकों का निरीक्षण कराने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को न्योता दिया है। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखा है, जिससे लगता है कि उनके मन में दिल्ली में चल रहे मोहल्ला क्लीनिकों को लेकर कई गलत धारणाएं हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी का मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को यह न्योता है कि वह अगर कुछ समय निकालें तो हम उन्हें दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों को दिखाना चाहेंगे। यहां पर दिल्ली के सभी नागरिकों का विश्वस्तरीय इलाज होता है। पिछले एक साल में मोहल्ला क्लीनिकों में 50 लाख से ज्यादा मरीजों का इलाज हुआ है।

भारद्वाज ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में इतनी शर्तें हैं कि यह सिर्फ बेघरों का इलाज करने के काम आएगी, लेकिन बाकी सब का इलाज कौन करेगा? दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों में हो रहा इलाज पूरे देश के लिए एक मॉडल हो सकता है। ऐसे में अगर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मोहल्ला क्लीनिकों का भ्रमण करेंगे तो देश के बाकी हिस्सों में भी इसे लागू करवाने में मदद मिलेगी।

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