Indian Railway News: रात में चलने वाली ट्रेनों का नहीं बढ़ेगा किराया, वायरल खबरों का रेलवे ने किया खंडन
Indian Railway Newsः भारतीय रेलवे ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि यात्रियों से 10 फीसद अधिक किराया वसूलने की तैयारी की जा रही है। रेलवे ने ऐसी वायरल खबरों को भ्रामक बताया है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Indian Railway Newsः कोरोना के कारण थमी रेलवे की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। रेलवे लगातार स्पेशल ट्रेनों को चला कर लोगों को अपनी अपनी मंजिल तक पहुंचा रहा है। हालांकि, पहले की तरह ट्रेनों की संख्या नहीं बढ़ पाई है जिसके कारण रेलवे की आय फिलहाल पहले की तुलना में कम है। ऐसे में कुछ खबरें सोशल मीडिया में तैर रही हैं कि रेलवे अपनी आय को बढ़ाने के लिए रात्रि में चलने वाली ट्रेनों का किराया बढ़ाने की तैयारी में है। ऐसे में आम आदमी का परेशान होना लाजिमी है, क्योंकि कोरोना के कारण देश की इकोनॉमी अभी पूरी तरह रिकवर नहीं कर पाई है। रेलवे के किराया बढ़ाया जाने से लोगों को बड़ा झटका लगेगा। फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें जमकर शेयर हो रही हैं। इन खबरों को लेकर रेलवे ने बयान जारी किया है। आइए जानते हैं इनका सच।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे यात्रियों से 10 फीसद अधिक किराया वसूलने की तैयारी में है। यह काम रेलवे की आमदनी को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। रेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने रेल मंत्रालय को रात में सफर करने वाले यात्रियों से अधिक किराया वसूलने का सुझाव भेजा है जिस पर रेल जल्द से जल्द फैसला ले सकता है। इस कारण होली पर चलने वाली ट्रेनों में किराया महंगा हो सकता है। मार्च के अंत तक यात्रियों पर किराए के यह बढ़ा हुआ बोझ लागू हो सकता है। ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं।
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क्या है इसकी सच्चाई
रेल मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पीआइबी फैक्ट चेक को शेयर किया है। इसमें यह लिखा गया है कि कुछ मीडिया रिपोट्स में दावा किया गया है कि जो यात्री नींद लेकर सफर करना चाहते हैं रेलवे उनसे अधिक किराया वसूलने की तैयारी में है। यह दावा पूरी तरह भ्रामक है और रेलवे बोर्ड को दिया गया एक सुझाव था। रेल मंत्रालय ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। ऐसे में यह पता चलता है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से फेक है।
लॉकडाउन में थम गई थी रफ्तार
जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना महामारी ने ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व की रफ्तार को थाम दिया था। कोरोना के कारण देश दुनिया की सभी सरकार ने लॉकडाउन लगाकर सभी चीजों को रोक दिया था। छह महीने से अधिक तक कई सेवा बाधित थी। इस दौरान सिर्फ आवश्यक चीजों की आपूर्ति के लिए आने जाने की ही परमिशन थी। इस दौरान रेलवे को काफी ज्यादा नुकसान हुआ था। हालांकि, अब लॉकडाउन हटने के बाद से कई चीजें अपने पुराने फॉर्म में लौट रही हैं। रेलवे भी कई ट्रेनों को चला कर यात्रियों को सुविधा देने की कोशिश में जुटा है।