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दिल्ली में बनने वाले 35 मंजिला टावर की छत पर उतर सकेंगे हेलीकाप्टर, फूड कोर्ट व जिम समेत होंगी कई और खूबियां

Twin Tower In Delhi दिल्ली में बनने वाले इन दोनों टावर में 2000 1000 और 500 लोगों की क्षमता वाले सभागार सेमिनार कक्ष और सम्मेलन हाल होंगे। इसके अलाावा पुस्तकालय क्रेच सामुदायिक हाल कैंटीन कैफेटेरिया फूड कोर्ट व जिम होंगे।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 09 Feb 2022 08:30 AM (IST)Updated: Wed, 09 Feb 2022 09:11 AM (IST)
दिल्ली में बनने वाले 35 मंजिला टावर पर उतर सकेंगे हेलीकाप्टर, फूड कोर्ट व जिम समेत होंगी कई और खूबियां

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सचिवालय का नया पता आइटीओ पर बनने वाली बहुमंजिला इमारत का होगा। इस इमारत को 35 मंजिला तक बनाए जाने की योजना है। दिल्ली सरकार के नए सचिवालय की इस इमारत की छत पर हेलीपैड होगा। नया सचिवालय आइटीओ में प्रस्तावित ट्विन टावर में बनेगा। इसके तहत एक टावर विकास भवन के प्लाट पर और दूसरा टावर लोक निर्माण मुख्यालय परिसर (एमएसओ) और जीएसटी बिल्डिंग के प्लाट में बनेगा, जिसके लिए कुल 53,603 वर्ग मीटर जमीन उपयोग में लाई जाएगी। इसके निर्माण पर कुल 1,910 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।

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दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने पिछले सप्ताह इन टावरों की योजना पर काम आगे बढ़ाने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश हैं। इस परियोजना का डिजाइन तैयार करने वाली सलाहकार कंपनी नियुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।

बता दें कि लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी निविदा दस्तावेज में कहा गया है कि नए कार्यालय भवन का निर्माण दिल्ली सरकार के नियमों के अनुसार किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव रखने वाली कंपनी लगाई जाएगी, जिसके लिए ग्लोबल टेंडर जारी किए गए हैं। इसे 2025 तक बनाए जाने का प्रस्ताव है।सलाहकार कंवनी को मास्टर प्लान 2021 के अनुसार फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) के अधिकतम उपयोग की योजना बनानी होगी।

इन टावर में क्या होगा खास

इन टावर में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालयों के अलावा मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, सचिवों और उनके सहायक कर्मचारियों के कार्यालय होंगे। टावर हरित भवन होंगे और इसमें अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।अभी दिल्ली सरकार का जो सचिलालय प्लेयर्स बि¨ल्डग में चल रहा है इसे इस टावर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। प्लेयर्स बिल्डिंग को सरकार के अन्य कार्यालयों के लिए पूरी तरह समर्पित कर दिया जाएगा।

इन टावर में ये होंगी सुविधाएं

इन टावर में 2,000, 1,000 और 500 लोगों की क्षमता वाले सभागार, सेमिनार कक्ष और सम्मेलन हाल होंगे। इसके अलाावा पुस्तकालय, क्रेच, सामुदायिक हाल, कैंटीन, कैफेटेरिया, फूड कोर्ट व जिम होंगे। इमारतों में वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट सहित स्टिल्ट और बेसमेंट पार्किंग क्षेत्र होंगे। यहां वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरे, एक्सेस कंट्रोल, एस्केलेटर, सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीश¨नग, कांन्फ्रेंस हाल के लिए आडियो / वीडियो सिस्टम, कामन एरिया, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा शामिल होगी। अभी तक के ये सबसे ऊंचे टावर होंगे।

इस बाबत अधिकारियों ने यह भी कहा कि सलाहकार कंपनी को नए कार्यालय भवन की वास्तुकला और लेआउट योजना इस तरह से तैयार करनी होगी कि वर्तमान लोक निर्माण विभाग मुख्यालय इमारत सहित विभिन्न कार्यालयों को हटा दिए जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि हालांकि 13 मंजिला बनी लोक निर्माण विभाग मुख्यालय इमारत हटाने के बारे में अंतिम फैसला सरकार नए टावर का डिजाइन तैयार हो जाने के बाद लेगी।इस इमारत के ऊपर हेलीपैड बनाए जाने की भी योजना है। उन्होंने बताया कि टावरों की ऊंचाई 35 मंजिल तक ले जाने की है। इसके लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की सहमति ली जाएगी।यह अभी तक के सबसे ऊंचे टावर होंगे।

कई वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय सचिवालय से बाहर हैं वर्तमान में

दिल्ली सचिवालय में दिल्ली सरकार के सभी शीर्ष अधिकारियों को कार्यालय के लिए आवश्यक स्थान नहीं है। राजस्व आयुक्त, श्रम आयुक्त, जीएसटी आयुक्त, शिक्षा सचिव, परिवहन आयुक्त, आबकारी आयुक्त, सचिव खाद्य और नागरिक आपूर्ति और कई वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय दिल्ली सचिवालय के बाहर विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। 


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