मूनक नहर खुलवाने गई टीम को नहीं मिली सफलता, दिल्ली में गहराया पानी का संकट
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मंत्रियों की आपात बैठक हुई। इसमें पानी किल्लत के चलते कल यानी सोमवार स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। कैबिनेट कपिल मिश्रा ने बयान दिया है कि उपलब्ध पानी की अाज सुबह अंतिम बार आपूर्ति की गई है। कल सुबह आपूर्ति के
नई दिल्ली। पड़ोसी राज्य में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंता बढ़ गई है। शुक्रवार को जाट आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने दिल्ली को मिलने वाले पानी की आपूर्ति बंद कर दी थी, जिससे दिल्ली के नौ में से सात जल शोधन संयंत्र बंद करने पड़े।
जाट आरक्षण के चलते 700 से अधिक ट्रेनें प्रभावित, मुश्किल में यात्री
गंभीर हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पानी की संभावित किल्लत को लेकर याचिका दायर की है। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मंत्रियों की आपात बैठक हुई। इसमें पानी किल्लत के चलते सोमवार को स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है कि मूनक नहर को खुलवाने के लिए हरियाणा की खट्टर सरकार के अलावा केंद्र सरकार के साथ भी बातचीत चल रही है। केजरीवाल ने ट्वीट में जानकारी दी है कि मुनक नहर को खुलवाने के लिए सेना की मदद लेने की बातचीत चल रही है।
इस बाबत दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिल्ली में पानी का संकट है और जल्द पानी की उपलब्धता की उम्मीद भी नहीं है। कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने बयान दिया है कि उपलब्ध पानी की अाज सुबह अंतिम बार आपूर्ति की गई है। कल सुबह आपूर्ति के लिए जल विभाग के पास पानी नहीं है।
इससे पहले स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से टेलीफोन पर बात की थी। बकौल केजरीवाल गृहमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि आंदोलनकारियों के कब्जे से मूनक नहर को मुक्त कराने के लिए सेना भेजी जा रही है, लेकिन शनिवार शाम तक इस दिशा में कोई सफलता नहीं मिली थी।
नहर खुलवाने में टीम को नहीं मिली सफलता
दिल्ली के लिए मूनक नहर में जलापूर्ति बहाल करने के लिए अकबरपुर बारौटा पहुंची टीम खाली हाथ लौटी है। आईजी परमजीत अहलावत के नेतृत्व में मौके पर पहुंची टीम भी नहर का पानी नहीं खुलवा पाई। आंदोलनकारियों ने हवाई फायर व आंसू गैस छोड़े जाने के जवाब में महिलाओं को आगे कर दिया।
2011 में भी बंद की गई थी नहर
इससे पहले वर्ष 2011 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान भी मूनक नहर से पानी की आपूर्ति बाधित कर दी गई थी, जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने हरियाणा सरकार से संपर्क कर मामले का समाधान निकाला था।
दिल्ली में जल संकट
गौरतलब है कि कि दिल्ली में सिर्फ दो सोनिया विहार व भागीरथ जल शोधन संयंत्रों में ही पानी की आपूर्ति हो रही है, क्योंकि इन दोनों संयंत्रों को उत्तरप्रदेश के गंग नहर से पानी की आपूर्ति होती है। बाकी संयंत्र दो दिन भी बंद रह गए तो दिल्ली बूंद-बूंद पानी के लिए तरस जाएगी।