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Red Fort Violence: शर्मिंदगी को समेटे दर्द और खौफ में डूबा लाल किला

Red Fort Violence संरक्षित किले के गुंबदों को उपद्रवियों के हमले से काफी नुकसान पहुंचा है। प्राचीर पर किए गए प्रकाश के इंतजाम और सीसीटीवी कैमरे भी क्षतिग्रस्त हो गए। ट्रैक्टर परेड के नाम पर मंगलवार को लाल किले के बाहर-भीतर हुए उपद्रव के निशान हर ओर बिखरे पड़े हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2021 08:42 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 08:42 AM (IST)
Red Fort Violence: शर्मिंदगी को समेटे दर्द और खौफ में डूबा लाल किला
कार्यालय तक में तोड़फोड़ और लूटपाट हुई है।

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक के सामने सीना तानकर खड़े देश की शान लाल किले ने बहुत से हमले झेले होंगे, लेकिन राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के दिन जिस तरह से ‘अपनों’ ने ही उसे जख्म दिए, उससे शर्मिंदगी को समेटे यह किला बुधवार को भी दर्द और खौफ में डूबा नजर आया। इस संरक्षित किले के गुंबदों को उपद्रवियों के हमले से काफी नुकसान पहुंचा है। प्राचीर पर किए गए प्रकाश के इंतजाम और सीसीटीवी कैमरे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ट्रैक्टर परेड के नाम पर मंगलवार को लाल किले के बाहर-भीतर हुए उपद्रव के निशान हर ओर बिखरे पड़े हैं। शौचालय के साथ चेकिंग व टिकट काउंटर व केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के कार्यालय तक में तोड़फोड़ और लूटपाट हुई है।

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लाल किले के सामने का भाग और परिसर का हर कोना बर्बादी की दास्तां दिखा-सुना रहा था। सबसे अधिक निशाना दाहिने तरफ का हिस्सा बना है। यहीं पर उपद्रवियों ने सुरक्षा में तैनात पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों पर रॉड, तलवार और लाठी से हमला बोला था। उपद्रवी ट्रैक्टरों के साथ घुस आए थे। एक कोने में पुलिस की क्षतिग्रस्त जिप्सी पलटी पड़ी है, जो उपद्रवियों की बर्बरता की दास्तां सुना रही है। आगे भूमिगत शौचालय स्थित है, जिसका कोई हिस्सा ऐसा नहीं बचा, जिसे नुकसान नहीं पहुंचाया गया हो।

वहीं, चेकिंग और टिकट काउंटर के प्रवेश द्वार, मेटल डिटेक्टर गेट से लेकर कुर्सी, मेज, पंखे, कंप्यूटर व आफिस को तहस-नहस कर दिया। किनारे स्थित सीपीडब्ल्यूडी कार्यालय में रखे कंप्यूटर, कुर्सी, मेज, एयरकंडीशनर, आलमारी पर रॉड और लाठियां बरसाईं। इसके खिड़की और दरवाजों को तोड़ दिया। सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक कार्यालय में रखे काफी सामान भी उपद्रवियों ने लूट लिए। ये तो फिर से व्यवस्थित हो जाएंगे, लेकिन लाल किले की प्राचीर के ऊपर स्थित संरक्षित गुंबद को तोड़कर उपद्रवियों ने जो नुकसान पहुंचाया है, शायद ही उसकी भरपाई हो सकेगी।

इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिख रहा है कि उपद्रवियों के हमले से बचने के लिए जवान लाल किले की खाई में कूद रहे हैं। 20 से अधिक जवान इसमें कूदे। अगले दिन खाई का वह स्थान भयावहता की दास्तां बता रहा था। इसमें जवानों के जूते, हेलमेट व आइडी के साथ अन्य सामान बिखरे थे। यह खाई तकरीबन 20 फीट गहरी है। मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी के मुताबिक, खाई दलदली है, इसलिए जान बचाने के लिए कूदे अधिकतर जवानों को ज्यादा चोटें नहीं आईं। वैसे, कुछ पुलिसकर्मियों की हालत इस खाई में कूदने से गंभीर बनी हुई है।

लाल किले की सुरक्षा बढ़ाई

उपद्रव के बाद लाल किले की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसकी सुरक्षा में बाहर भीतर पांच हजार से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। इसमें दिल्ली पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बल आइटीबीपी, बीएसएफ, सीआपीएफ व आरएएफ के जवान भी है। उच्चाधिकारी भी लगातार हालात का जायजा ले रहे हैं। इसी तरह लाउडस्पीकर से इस ओर किसी को न आने की चेतावनी दी जा रही है।

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