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कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन में 90 फीसद राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता: रामवीर सिंह बिधूड़ी

Agriculture Reforms Act 2020 विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कांग्रेस आप और अकाली अपने समर्थकों को भेज रहे हैं दिल्ली - आम किसान खेतों में कर रहा है काम उन्हें किया जा रहा है गुमराह।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 10:41 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 10:41 AM (IST)
कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन में 90 फीसद राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता: रामवीर सिंह बिधूड़ी
इस दौरान गेहूं व धान की एमएसपी में 40 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हुई है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा ने कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और अकाली दल पर कृषि कानूनों को लेकर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक पार्टियां इसे लेकर भ्रम फैलाने में लगी हुई हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में प्रदर्शन करने वालों में 90 फीसद लोग विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता हैं। मात्र दस फीसद किसान हैं, जिन्हें गुमराह करके यहां लाया गया है। आम किसान अपनी खेतों में काम कर रहा है।

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कृषि कानून लागू होने के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही कई राज्यों में उपचुनाव हुए हैं। इन सभी राज्यों में भाजपा को जीत मिली है, जिससे स्पष्ट है कि देशभर में किसान कृषि कानूनों के समर्थन में हैं। वहीं, नागरिकता संशोधन कानून, राफेल, अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर दुष्प्रचार करने वाली राजनीतिक पार्टियां कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई माह से देश में भ्रम फैलाने में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है, वह अपने कार्यकर्ताओं को दिल्ली भेज रही है। इसी तरह से आप व अकाली के कार्यकर्ता भी यहां आ रहे हैं।

हरियाणा से कांग्रेस अपने लोगों को भेजने में लगी हुई है। उत्तर प्रदेश से भी विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी यहां पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आम किसान इस प्रदर्शन से दूर है। वह अपने खेतों में ¨सचाई व बोआई के काम में लगा हुआ है। उसे मालूम है कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। पहले किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता था। मोदी सरकार के दौरान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी के छह वर्षों के कार्यकाल में गेहूं की खरीद में 85 फीसद, धान की खरीद में 192 फीसद, मसूर में 251.66 फीसद वृद्धि हुई है। इसी तरह से अन्य फसलों की भी ज्यादा खरीद हुई है। इस दौरान गेहूं व धान की एमएसपी में 40 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हुई है।

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