मैच से पहले बांग्लादेश खेमे में तनाव
मीरपुर। भारत के खिलाफ शुक्रवार को टी-20 विश्व कप के 'करो या मरो' के मुकाबले से पहले बांग्लादेश खेमे में मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं। ऐसा लगता है कि बांग्लादेश के नंबर एक खिलाड़ी शाकिब अल हसन और कप्तान मुशफिकुर रहीम में ठनी हुई है जो वेस्टइंडीज से मिली हार के बाद उनके विपरीत बयानों से साफ जाहिर है। बांग्लादेश क्रिके
मीरपुर। भारत के खिलाफ शुक्रवार को टी-20 विश्व कप के 'करो या मरो' के मुकाबले से पहले बांग्लादेश खेमे में मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं। ऐसा लगता है कि बांग्लादेश के नंबर एक खिलाड़ी शाकिब अल हसन और कप्तान मुशफिकुर रहीम में ठनी हुई है जो वेस्टइंडीज से मिली हार के बाद उनके विपरीत बयानों से साफ जाहिर है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) अध्यक्ष नजमुल हसन ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में दिए गए बयानों के लिए कप्तान की सरेआम आलोचना की थी।
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मामला तब से शुरू हुआ जब शाकिब ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले पत्रकारों से कहा था, 'बांग्लादेश जीत सकता है बशर्ते विरोधी टीम का खराब दिन हो।' शाकिब ने कहा था कि टीम से चमत्कार की अपेक्षा न की जाए। रहीम से जब शाकिब के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने गोल मोल जवाब देते हुए कहा था, 'टीमों का खराब दिन नहीं होता। वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ खराब दिन नहीं था। भारत ने अच्छी गेंदबाजी की और वेस्टइंडीज को गलतियां करने पर मजबूर किया। शाकिब के कहने का यही मतलब था।'
इसके बाद रहीम ने प्रेस कांफ्रेंस में कह डाला कि कुछ खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षित है जिससे टीम का प्रदर्शन खराब रहा है। बीसीबी प्रमुख ने इसकी आलोचना करते हुए कहा, 'मुझे समझ में नहीं आता कि कौन सी असुरक्षा है। मध्यक्रम में हमारे पास शाकिब और मुशफिकर हैं। उस पर कभी कोई सवाल नहीं और यही हाल तेज गेंदबाजी और स्पिन विभाग में भी है।'