सेमीफाइनल में जगह बनाने उतरेगी टीम इंडिया
मीरपुर। जीत के रथ पर सवार आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय क्रिकेट टीम जब शुक्रवार को मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ ग्रुप-बी में अपने तीसरे मुकाबले के लिए उतरेगी तो उसका एकमात्र लक्ष्य सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करना होगा। आराम के बाद काम : कुछ दिनों के आराम के बाद मैदान पर लौट रही भारतीय टीम इस समय अपने ग्रुप-बी में
मीरपुर। जीत के रथ पर सवार आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय क्रिकेट टीम जब शुक्रवार को मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ ग्रुप-बी में अपने तीसरे मुकाबले के लिए उतरेगी तो उसका एकमात्र लक्ष्य सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करना होगा।
आराम के बाद काम :
कुछ दिनों के आराम के बाद मैदान पर लौट रही भारतीय टीम इस समय अपने ग्रुप-बी में सर्वाधिक चार अंकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि उसका मुकाबला मेजबान बांग्लादेश से होने जा रहा है जो बिना किसी अंक के सबसे निचले स्थान पर है। मजबूत स्थिति वाली भारतीय टीम इस समय मनोवैज्ञानिक रूप से पूरी तरह से तैयार है और कप्तान एमएस धौनी के नेतृत्व में उसने अभी तक टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन दिखाया है। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और साथ ही क्षेत्ररक्षण इन तीनों विभागों में टीम ने व्यापक सुधार किया है और एशिया कप में इसी मैदान पर फिसड्डी साबित हुई भारतीय टीम अब टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम बन चुकी है।
युवराज की परेशानी :
हालांकि टीम के स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह अभी भी चिंता का विषय बने हुए हैं और युवी के लिए बांग्लादेश के सामने खुद को साबित करने की बड़ी चुनौती होगी। मैच से पहले अभ्यास में युवी ने काफी आक्रामकता के साथ प्रदर्शन किया और जाहिर है कि टीम के अनुभवी खिलाड़ी युवराज भी यह जानते हैं कि उनके लिए खुद को साबित करना इस समय कितना जरूरी है।
छा गए हैं मिश्रा :
पिछले दो मैचों में अपनी खतरनाक गेंदबाजी से विपक्षी टीम को धूल चटाकर लगातार मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले लेग स्पिनर अमित मिश्रा बांग्लादेश के खिलाफ भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे। बांग्लादेश की सपाट और स्पिन के लिए मददगार पिचों पर मिश्रा ने खुद को न सिर्फ साबित किया है बल्कि टीम को जीत भी दिलाई है। मिश्रा भले ही एक समय धौनी के 'फेवरेट' न रहे हों, लेकिन उन्होंने टीम में अपनी मौजूदगी और स्थान दोनों को सार्थक बनाया है।
धवन को बैठना पड़ सकता है बाहर :
बल्लेबाज भी फॉर्म में हैं हालांकि धवन का फॉर्म आया राम गया राम बना हुआ है। वह किस मैच में अच्छा करेंगे और कब शून्य पर आउट हो जाएंगे कहा नहीं जा सकता है। दूसरी ओर टीम में अजिंक्य रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी, वरुण एरोन को तो अभी तक डग आउट से बाहर आने का मौका ही नहीं मिल सका है। अब यह कप्तान धौनी पर निर्भर करता है कि वह धवन को फिर मौका देते हैं या फिर किसी नए खिलाड़ी को खेलने का मौका मिलता है। वैसे धौनी ने पिछले मैच के बाद और खिलाड़ियों को खेलाने के संकेत दिए थे। यदि ऐसा होता है तो धवन को इस बार बाहर बैठना पड़ सकता है।
मेजबान को न आंके कमजोर :
बांग्लादेश भले ही टूर्नामेंट की मजबूत टीमों में शामिल न हो, लेकिन उसे एक फिसड्डी टीम का तमगा भी नहीं दिया जा सकता है। बांग्लादेश ने पिछले एशिया कप और अभी तक टी-20 विश्व कप में कई बार बेहतरीन प्रदर्शन से खुद को साबित किया है। मेजबान टीम अपना पिछला मैच वेस्टइंडीज से हार गई थी, लेकिन उसके पास तमीम इकबाल, अनामुल हक, कप्तान मुशफिकुर रहीम, शाकिब अल हसन और मोमिनुल हक के रूप में बेहतरीन बल्लेबाज हैं तो अल-अमीन हुसैन, मशरफे मुर्तजा, सोहाग गाजी, महमूदुल्ला के रूप में अच्छे गेंदबाज हैं। इसलिए जरूरी है कि टीम इंडिया विपक्षी टीम को कमतर आंकने की भूल न करे।