उस दौरान घबरा गया था श्रीसंत, बुकी से की थी तुरंत बात
मोहाली में खेले जा रहे 20-20 मैच में श्रीसंत को सट्टेबाजों के अनुसार 14 रन देने थे लेकिन वह मात्र 13 रन ही दे पाया। जब वह 1 रन कम देकर डील पूरी नहीं कर पाया तो उसे घबराहट हो गई थी कि कहीं सट्टेबाज उसे उसके हिस्से के पैसे देंगें कि नहीं।
नई दिल्ली। मोहाली में 9 मई को खेले जा रहे 20-20 मैच में श्रीसंत को सट्टेबाजों के अनुसार 14 रन देने थे लेकिन वह मात्र 13 रन ही दे पाया। जब वह 1 रन कम देकर डील पूरी नहीं कर पाया तो उसे घबराहट हो गई थी कि कहीं सट्टेबाज उसे उसके हिस्से के पैसे देंगें कि नहीं।
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श्रीसंत ने पांच गेंदों में 13 रन दिए थे और छठी गेंद को नो बॉल फेंका था लेकिन उस पर अम्पायर का ध्यान नहीं गया। जीजू ने 40 लाख में वह ओवर फिक्स कर दिया था और अगली बार 80 लाख लेने की बात कही थी। लेकि न वादे के मुताबिक रन न दे पाने के बाद श्रीसंत ने अपने दोस्त जीजू जनार्दन से पूछा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि सट्टेबाज पैसे नहीं देंगे। उस मैच में जीजू ने पहले ही 10 लाख रुपए ले लिए थे। उसके बाद सट्टेबाजों ने भी दबाव बनाया कि श्रीसंत ने किया गया वादा पूरा नहीं किया।
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गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के पास इस मामले को लेकर एक रिकॉर्डिग भी है, जिसमें श्रीसंत बुकी से कह रहे हैं कि उन्होंने अपना काम ईमानदारी से किया। उन्होंने अंतिम गेंद नो बॉल फेंकी थी, लेकिन अंपायर ने ध्यान नहीं दिया तो इसमें उनकी क्या गलती है। उन्होंने जानबूझकर तो ऐसा नहीं किया। वे तो 14 रन देना ही चाहते थे, लेकिन अंपायर ने ऐसा नहीं होने दिया। वहीं, दूसरी तरफ श्रीसंत इस पूरे मामले में खुद को बेकसूर बता रहे हैं।
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