KKR vs MI Preview: कोलकाता के घर में बजेगा मुंबई का डंका, रोहित शर्मा फिर मचाएंगे धमाल!
कोलकाता इस समय 11 मैचों में आठ जीत व 16 अंकों के साथ राजस्थान रायल्स से बेहतर नेट रन रेट की बदौलत अंक तालिका में पहले स्थान पर है। राजस्थान के भी समान अंक हैं। दूसरी तरफ मुंबई के लिए यह सम्मान रक्षा की लड़ाई है। वह 2022 को दोहराते हुए 10वें नंबर पर टूर्नामेंट खत्म करना नहीं चाहती इसलिए शेष दोनों मैच जीतने को कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
विशाल श्रेष्ठ, जागरण, कोलकाता। दो टीमें, दोनों की अपनी-अपनी लड़ाई। पहली 'प्रथम' बने रहना चाहती है, दूसरी 'अंतिम' नहीं बनना चाहती। कोलकाता नाइटराइडर्स शनिवार को अपने घरेलू मैदान ईडन गार्डेंस स्टेडियम में मुंबई इंडियंस को इस सत्र में दूसरी बार हराकर न सिर्फ प्लेआफ में जगह पक्की करना चाहेगी बल्कि अंक तालिका में नंबर एक पर भी बनी रहना चाहेगी। 2008 से लेकर अब तक किसी भी सत्र में कोलकाता लीग राउंड में कभी नंबर एक टीम नहीं बन पाई है।
कोलकाता इस समय 11 मैचों में आठ जीत व 16 अंकों के साथ राजस्थान रायल्स से बेहतर नेट रन रेट की बदौलत अंक तालिका में पहले स्थान पर है। राजस्थान के भी समान अंक हैं। दूसरी तरफ मुंबई के लिए यह सम्मान रक्षा की लड़ाई है। वह 2022 को दोहराते हुए 10वें नंबर पर टूर्नामेंट खत्म करना नहीं चाहती इसलिए शेष दोनों मैच जीतने को कोई कसर नहीं छोड़ेगी। 2022 में मुंबई ने 14 में से मात्र चार मैच जीते थे। मुंबई ने पिछले 12 मैचों में सिर्फ चार जीते हैं। इस सत्र में कोलकाता मुंबई को उसी के मैदान वानखेड़े स्टेडियम में 24 रनों से मात दे चुकी है।
सही समय पर गेंदबाजी को मिली धार
कोलकाता के लिए सबसे राहत की बात यह है कि अब वह बड़े-छोटे सभी स्कोर को डिफेंड कर पा रही है यानी बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी मजबूत दिख रही है। लखनऊ के विरुद्ध पिछले मैच में कोलकाता ने 235 रन बनाए और उसे मात्र 137 रनों पर समेट दिया। उससे पहले मुंबई के विरुद्ध सिर्फ 169 रन बनाए तो उसे भी 145 रनों पर निपटा दिया। स्पिनर वरूण चक्रवर्ती लगातार विकेट चटका रहे हैं। आंद्रे रसेल भी विकेटों के बीच लौटे हैं। तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने मुंबई के विरुद्ध चार विकेट चटकाकर खुद भी राहत की सांस ली होगी। हर्षित राणा भी कारगर साबित हो रहे हैं। वहीं मुंबई की गेंदबाजी का दारोमदार जसप्रीत बुमराह है, जिन्होंने 12 मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं।
रिंकू को क्या हो गया है
टूर्नामेंट खत्म होने को आया है। चंद मैच ही बचे हैं। बड़ा सवाल यह है कि रिंकू सिंह कब चलेंगे? इस सत्र में रिंकू सिंह का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा है, जिससे उनके प्रशंसक निराश हैं। टीम प्रबंधन के लिए भी यह चिंता का सबब है क्योंकि आगे सारे महत्वपूर्ण मुकाबले हैं, जिनमें रिंकू के बल्ले का बोलना जरुरी है। रिंकू ने 11 मैचों की 10 पारियों में मात्र 148 रन बनाए हैं, जिनमें एक अर्धशतक तक नहीं है।
रोहित का लकी ग्राउंड
मुंबई को शनिवार का मैच जीतना है तो यहां शर्माजी का बल्ला चलना जरुरी है। ईडन गार्डेंस रोहित के लिए बेहद भाग्यशाली रहा है। उन्होंने एक दशक पहले 13 नवंबर, 2014 को यहीं श्रीलंका के विरुद्ध वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 264 बनाया था। उससे एक साल पहले छह नवंबर, 2013 को इसी मैदान में वेस्टइंडीज के विरुद्ध पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ा था। सूर्यकुमार यादव पर भी सबकी नजर होगी, जिन्होंने हैदराबाद के विरुद्ध पिछले मैच में 51 गेंदों पर 102 रनों की आतिशी पारी खेली थी।
कोलकाता पर भारी रही है मुंबई
कोलकाता व मुंबई के बीच अब तक 33 मुकाबले हुए हैं, जिनमें मुंबई ने 23 बार जीत दर्ज की है। कोलकाता सिर्फ 10 बार ही जीत पाया है लेकिन इस सत्र में कोलकाता मुंबई पर भारी दिख रही है।