मनीष पांडे ने बढ़ाई परेशानी, अब क्या करेंगे कप्तान और चयनकर्ता?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के अंतिम मुकाबले में शतक जड़कर भारतीय टीम को सीरीज में एकमात्र जीत नसीब कराने वाले युवा बल्लेबाज मनीष पांडे अब हर जगह छा गए हैं। जाहिर तौर पर भारतीय फैंस और खिलाड़ी इससे काफी खुश होंगे लेकिन अब कप्तान धौनी और चयनर्ताओं की एक
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के अंतिम मुकाबले में शतक जड़कर भारतीय टीम को सीरीज में एकमात्र जीत नसीब कराने वाले युवा बल्लेबाज मनीष पांडे अब हर जगह छा गए हैं। जाहिर तौर पर भारतीय फैंस और खिलाड़ी इससे काफी खुश होंगे लेकिन अब कप्तान धौनी और चयनर्ताओं की एक मुश्किल बढ़ चुकी है। क्या है ये परेशानी आइए जानते हैं।
मनीष पांडे ने कहा है कि नंबर चार वह स्थान है जिस पर बल्लेबाजी करने में वह सहज महसूस करते हैं क्योंकि इससे उन्हें अपनी पारी को संवारने में मदद मिलती है। चोटिल अजिंक्य रहाणे की वापसी के बाद पांडे की पारी से चयनकर्ताओं का सरदर्द बढ़ जाएगा, क्योंकि रहाणे अमूमन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरते हैं। पांडे ने बीसीसीआइ.टीवी से कहा, 'इससे पहले के दो मैचों में मुझे बल्लेबाजी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला। मेरी शैली पहली तीन या चार गेंदों को आराम से खेलकर पिच का अंदाज लगाना और फिर उसके अनुसार अपनी शैली बदलना है। प्रत्येक गेंद पर चौका जड़ना मुश्किल होता है और इसलिए आपको एक या दो रन लेने की जरूरत पड़ती है और फिर आप ढीली गेंदों का फायदा उठा सकते हैं।'
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एक तरफ पांडे जहां नंबर चार पर अपना दावा कर रहे हैं वहीं सीमित ओवरों के कप्तान एमएस धौनी की राय इससे इतर है। धौनी का मानना है कि पांडे के लिए पांचवां नंबर आदर्श बल्लेबाजी स्थान है। धौनी ने पांचवें वनडे के बाद कहा था, 'मनीष ने जिस तरह की पारी खेली उससे उसने अपने लिए 10-15 वनडे पक्के कर दिए, जहां आप खुद को स्थापित कर सकते हैं और वह कर सकते हैं जो आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करना जरूरी होता है। मैच की परिस्थितियों के अनुसार खेलना। जब आप भिन्न स्थानों और भिन्न परिस्थितियों में खेलते हैं तो काफी कुछ बदलेगा। अभी वह पांचवें नंबर के लिए अच्छा बल्लेबाज लग रहा है।'