आलोचकों और कंगारू मीडिया पर बरसे धौनी
टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी भारतीय ड्रेसिंग रूम में आपसी तालमेल की कमी तथा उनके और उप कप्तान वीरेंद्र सहवाग के बीच मतभेद की रिपोर्टों के लिए आस्ट्रेलियाई मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें ड्रेसिंग रूम के माहौल और टीम के जज्बे पर गर्व है। साथ ही धौनी ने कप्तानी को लेकर हो रही उनकी आलोचनाओं का भी मुंह तोड़ जवाब दिया।
पर्थ। टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी भारतीय ड्रेसिंग रूम में आपसी तालमेल की कमी तथा उनके और उप कप्तान वीरेंद्र सहवाग के बीच मतभेद की रिपोर्टों के लिए आस्ट्रेलियाई मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें ड्रेसिंग रूम के माहौल और टीम के जज्बे पर गर्व है। साथ ही धौनी ने कप्तानी को लेकर हो रही उनकी आलोचनाओं का भी मुंह तोड़ जवाब दिया।
धौनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले कहा, मैंने कभी किसी भारतीय टीम को लड़ते हुए नहीं देखा। हो सकता है कि कुछ बियर गटकने, विरोधियों के साथ बैठने और केवल इसके बारे में सपने देखने से ऐसा [इस तरह की रिपोर्ट] हुआ हो। उन्होंने कहा, ड्रेसिंग रूम का माहौल शानदार है और हम जिस तरह से एक दूसरे की सफलता का लुत्फ उठाते हैं, उसका कोई सानी नहीं है। यह भारतीय टीम का मजबूत पक्ष है और हम इसमें आगे और सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं। मुझे अपनी टीम पर गर्व है। स्वयं सहवाग और टीम के उनके सीनियर साथी राहुल द्रविड़ ने भी खिलाडि़यों के बीच आपसी झगडे़ और टीम में मतभेद की रिपोर्टों को बकवास करार दिया था। आस्ट्रेलियाई मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया था कि सहवाग और धौनी के बीच अच्छे रिश्ते नहीं हैं तथा टीम के कुछ खिलाड़ी सहवाग को कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं। धौनी ने कहा कि वह सीनियर और युवा सभी खिलाडि़यों से सलाह लेते हैं। उन्होंने कहा, मैं सभी से सलाह लेता हूं। अनुभवी खिलाडि़यों, उप कप्तान और युवाओं से जो सभी एक दिशा में आगे बढ़ते हैं। हार से थोड़ी निराशा तो होती है लेकिन खेल में आप सुधार करके वापसी करना चाहते हो। आपको इसको लेकर भावुक नहीं होना चाहिए। धौनी ने उनकी कप्तानी की आलोचना करने वाले पूर्व क्रिकेटरों पर पलटवार करते हुए कहा कि वह इन सब बातों की परवाह नहीं करते क्योंकि सही फैसला करने के बाद भी वे उसमें मीनमेख निकालते रहते हैं। धौनी ने स्वीकार किया कि वह हर समय सही नहीं होते लेकिन जब वह सही फैसला भी करते हैं तब भी उनकी आलोचना होती है। उन्होंने कहा, बाहर से देखना आसान होता है। बाहर से किसी भी फैसले पर टिप्पणी करना आसान होता है। अक्सर आप परिणाम देखते हो और उसके बाद कोई टिप्पणी। कभी मैं गलत हो सकता हूं लेकिन कभी मैं गलत नहीं होता लेकिन लोगों को तब भी लगता है कि मैंने ऐसा गलत किया।
धौनी ने इसके साथ ही विराट कोहली और ईशांत शर्मा का बचाव भी किया जो दर्शकों को उंगली दिखाने के कारण चर्चा में रहे। उन्होंने इसका दोष प्रशंसकों के आक्रामक व्यवहार पर मढ़ा। भारतीय कप्तान ने कहा, जब मैंने कुछ खिलाडि़यों से बात की तो लगा कि किसी ने कुछ गलत शुरुआत की लेकिन उसका जवाब देने वाला पकड़ा गया और उसे सजा मिली। सुबह सभी दर्शकों का व्यवहार सही था लेकिन चाय के विश्राम के बाद कुछ बियर गटकने के बाद उनका व्यवहार खराब हो गया। आस्ट्रेलियाई दर्शकों को देखिए जो बहुत बातूनी और आक्रामक हैं। उन्होंने कहा, आपको दर्शकों से व्यवहार करना सीखना होगा। उन्हें ऐसा इंसान बनाना सीखना होगा जो चाहे कि आप व्यक्तिगत तौर पर अच्छा प्रदर्शन करो और हो सकता है कि वे नहीं चाहते हों कि विरोधी टीम अच्छा प्रदर्शन करे। कैप्टन कूल पूर्व आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज माइकल स्लैटर को भी करारा जवाब देने से बाज नहीं आए जिन्होंने कहा था कि सीरीज में दो हार के बावजूद भारतीय आहत नहीं दिख रहे थे। धौनी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, यह सही नहीं है। यह इस पर निर्भर करता है कि उसका [स्लैटर] ऐसा कहने का मतलब क्या था। क्या आपको दो मैच गंवाने के बाद मैदान पर बैठकर चार घंटे तक रोना चाहिए था। यदि आहत होने का यही मतलब है तो निश्चित तौर पर हम परिपक्व हैं और ऐसा नहीं करना चाहते हैं।पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर सहित कुछ पूर्व खिलाडि़यों ने टीम की अभ्यास सत्र में भाग नहीं लेने पर आलोचना की थी। इस पर धौनी ने कहा, हमारी टीम बहुत अधिक अभ्यास करती है। यहां तक कि हम अभ्यास के समय में कमी करना चाहते हैं। हम प्रत्येक दिन लगभग चार घंटे अभ्यास में बिताते हैं। हम जितना संभव हो उतना विश्राम भी चाहते हैं और मनोरंजन की गतिविधियां इसमें हमारी मदद करती हैं। धौनी ने कहा कि उनकी टीम वाका पर वापसी करने में सफल रहेगी तथा आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी विशेषकर शीर्ष क्रम उनके निशाने पर होगा।
उन्होंने कहा, हमें शीर्ष क्रम को निशाना बनाना होगा। यदि आप ऐसा करते हो तो फिर नई गेंद से मध्यक्रम को झकझोर सकते हो। आस्ट्रेलिया में जैसा हमने देखा है कि 20 ओवर के बाद गेंद स्विंग नहीं होती इसलिए शुरू में सफलता हासिल करना महत्वपूर्ण है। धौनी के मुताबिक, प्रत्येक टीम की कमजोरियां होती हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आप कितनी जल्दी सामंजस्य बिठाते हो। प्रत्येक बल्लेबाज की कमजोरी होती है। यदि आप अच्छी गेंद का पूरा सम्मान करते हो और खराब गेंद पर रन बनाते हो तो इससे मदद मिलती है। संयम जरूरी है। आस्ट्रेलिया में 20-25 ओवर के बाद बल्लेबाजी आसान हो जाती है और गेंद अच्छी तरह से बल्ले पर आती है। उन्होंने कहा, हम वापसी कर सकते हैं। हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं या नहीं आप यह मैच के बाद ही जान सकते हो। हमने अच्छी तैयारियां की है और उम्मीद है कि मैदान पर भी इसका असर दिखेगा। धौनी ने कहा कि वह पिच पर घास देखने के बाद ही गेंदबाजी संयोजन के बारे में फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, हमें यह देखना होगा कि पिच पर कितनी घास है। क्या इससे स्पिनरों को कुछ मदद मिलेगी या नहीं। इसी हिसाब से हम गेंदबाजी संयोजन पर फैसला करेंगे। गर्मी विशेषकर गेंदबाजी विभाग को किसी हद तक प्रभावित कर सकती है। भारत इंग्लैंड में 0-4 से सीरीज हार गया था और इस सीरीज में भी उस पर ऐसा खतरा मंडरा रहा। धौनी ने स्वीकार किया कि उनकी टीम वैसा प्रदर्शन नहीं कर रही है जैसा उसे करना चाहिए। उन्होंने कहा, आप कुछ मैच गंवाते हो और सीरीज गंवाते हो लेकिन यदि आप कड़ी चुनौती पेश करते हो तो फिर ऐसा होता रहता। लेकिन इंग्लैंड में हमें जैसा खेलना चाहिए था हमने वैसा खेल नहीं दिखाया था। चोटी के बल्लेबाजों की खराब फार्म के बारे में उन्होंने कहा, ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जबकि हमारे कुछ बल्लेबाज और गेंदबाज करियर के ऐसे दौर से गुजर रहे हैं। यह किसी के साथ भी हो सकता है। विशेषकर लंबे करियर में ऐसा होता है। वे जानते हैं कि इससे बाहर कैसे निकलना है। वे युवा खिलाडि़यों को भी इससे बाहर निकलने में मदद करते हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर