किसी एक टीम पर दांव लगाना मुश्किल
मैं किसी एक टीम पर दांव नहीं लगाना चाहूंगा। गुजरात और हैदराबाद दोनों काफी मजबूत टीमें हैं। ब्रेंडन मैकुलम और डेविड वार्नर अकेले जीत की स्कि्रप्ट नहीं तैयार कर सकते। सभी को योगदान देना होगा। अगले दिन स्कोरशीट आपको मैच का कुछ हाल बताएगी। लेकिन उसमें बिपुल शर्मा और एकलव्य
(रवि शास्त्री का कॉलम)
मैं किसी एक टीम पर दांव नहीं लगाना चाहूंगा। गुजरात और हैदराबाद दोनों काफी मजबूत टीमें हैं। ब्रेंडन मैकुलम और डेविड वार्नर अकेले जीत की स्कि्रप्ट नहीं तैयार कर सकते। सभी को योगदान देना होगा। अगले दिन स्कोरशीट आपको मैच का कुछ हाल बताएगी। लेकिन उसमें बिपुल शर्मा और एकलव्य द्विवेदी के लगाए छक्कों की अहमियत के बारे में जिक्र नहीं होगा। कैसे भुवनेश्वर कुमार ने डाइव लगाकर दो बार कैच पकड़ा शायद इसकी जानकारी भी न हो। मैं अच्छे क्रिकेटरों को सिर्फ प्रतिभा, स्वभाव और फिटनेस के दम पर नहीं आंकता। मेरी नजर में बेहतरीन वह है जो स्थिति के मुताबिक खेलता है। जो मौके को भुनाने के लिए तत्पर रहे।
उम्मीद है कि दोनों टीमें पावरप्ले में स्पिनरों से गेंदबाजी कराएंगी। देखना होगा कि कैसे रवींद्र जडेजा का सामना वार्नर करते हैं। या फिर मैकुलम और फिंच किस तरह से इकबाल अब्दुल्ला और बिपुल शर्मा से निपटेंगे। ये ध्यान देने वाली बात है कि हैदराबाद अभी तक अपने तीसरे नंबर के बल्लेबाज का फैसला नहीं कर पाई है। अलग-अलग लोगों को मौका दिया गया, लेकिन कोई भी अपनी जड़ें नहीं जमा पाया है। अच्छी शुरुआत मिलने पर युवराज सिंह इस रोल में फिट बैठ सकते हैं। बायें हाथ का ये बल्लेबाज विरोधियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
हैदराबाद के लिए भुवनेश्वर और मुस्तफिजुर अहम होंगे। बहुत कम बल्लेबाजों ने इन्हें निशाने पर लिया है। दूसरी ओर गुजरात की ओर से ड्वेन ब्रावो भी महत्वपूर्ण साबित होंगे। हालांकि धवल कुलकर्णी को इस आइपीएल में कम करके आंका गया। लेकिन उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है। ये वो टीमें नहीं हैं जो हर किसी दिन आसानी से 180-190 रन बनाने देंगी। इस मैच में हारने और जीतने वाली टीम के बीच बहुत ज्यादा अंतर नहीं होगा।
(टीसीएम)