श्रीनिवासन इमानदार दुश्मन था, मनोहर ने तो पीठ पर छुरा घोंपाः वर्मा
आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिका दाखिल करने वाले आदित्य वर्मा ने बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले शशांक मनोहर को आड़े हाथों लिया है। वर्मा ने कहा कि श्रीनिवासन ने इमानदारी से दुश्मनी तो निभाई लेकिन शशांक मनोहर को पीठ पर छुरा घोपने वाले निकले।
नई दिल्ली। आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिका दाखिल करने वाले आदित्य वर्मा ने बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले शशांक मनोहर को आड़े हाथों लिया है। वर्मा ने कहा कि श्रीनिवासन ने इमानदारी से दुश्मनी तो निभाई लेकिन शशांक मनोहर को पीठ पर छुरा घोपने वाले निकले।
मनोहर के फैसले से निराश दिख रहे वर्मा ने कहा, 'शशांक मनोहर का ताजा कदम दिखाता है कि वो सत्ता और ताकत के भूखे हैं। जब वो अध्यक्ष नहीं थे तब वो खेल को साफ करने का इरादा जाहिर करते थे और अब वो अपना काम पूरा करे बिना बीसीसीआइ को छोड़ रहे हैं। वो पीठ पर छुरा घोंपने वाले निकले क्योंकि उन्होंने अपने दल के साथ मुझे श्रीनिवासन के खिलाफ इस्तेमाल किया था और फिर बिना वादे पूरे किए पीठ पर छुरा घोंप दिया। श्रीनिवासन दुश्मनी शान से करता था और उसने अपने दोस्तों को कभी धोखा नहीं दिया। मनोहर के लिए वादे कुछ मायने नहीं रखते थे। वो मैं तब ही समझ गया था जब रत्नाकर शेट्टी की मदद से उसने मुझे बीसीसीआइ के दफ्तर से बाहर निकलवा दिया था।'
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आदित्य वर्मा ने कहा कि अब उनकी आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बिहार के युवा खिलाड़ियों को एक बार बीसीसीआइ के टूर्नामेंटों में खेलने का मौका मिलेगा और उन्हें भी राष्ट्रीय टीम के चयन के दौरान तवज्जो दी जाएगी।