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रिकी पोंटिंग और सुनील गावस्कर एक सुर में बोले- इस भारतीय बल्लेबाज से कराओ ओपनिंग

Ind vs Aus पिंक बॉल टेस्ट मैच में बुरी तरह फ्लॉप हुए भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल की आलोचना हो रही है जबकि रिकी पोंटिंग और सुनील गावस्कर चाहते हैं कि जल्द से जल्द रोहित शर्मा से ओपनिंग कराई जाए।

By Vikash GaurEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 07:47 AM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 07:47 AM (IST)
रोहित शर्मा दूसरे टेस्ट मैच में भी नहीं खेल पाएंगे।

एडिलेड, आइएएनएस। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच जारी चार मैचों टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले के बाद मेहमान टीम भारत को एक बड़ी सलाह दी है। पोंटिंग ने रोहित शर्मा को जल्द से जल्द भारतीय टीम में शामिल करने की वकालत की है। यहां पिंक बॉल से खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इसके पीछे का कारण ये भी रहा है कि भारत को अच्छी शुरुआत नहीं मिली है।

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भारतीय टीम के पहले मैच के प्रदर्शन को देखते हुए पोंटिंग ने कहा कि रोहित शर्मा मौजूदा भारतीय ओपनर पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल से कहीं बेहतर हैं। शॉ और मयंक पहले टेस्ट में दोनों पारियों में केवल 30 रन ही जोड़ पाए हैं। दूसरी पारी में 36 रन पर ढेर होने के बाद भारत को पहले टेस्ट में आठ विकेट से शर्मनाक हार झेलनी पड़ी है। पोंटिंग ने चैनल 7 पर बातचीत के दौरान कहा, "वह (रोहित) जरूर खेलेंगे। वह मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ से कहीं बेहतर टेस्ट खिलाड़ी हैं। अगर वह फिट हैं तो वह सीधे टॉप आर्डर में बल्लेबाजी करेंगे।"

पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी रोहित शर्मा को जल्द ही भारतीय टीम में शामिल करने का समर्थन किया है। गावस्कर ने कहा, "हां, हां, हां। वह निश्चित रूप से इस टेस्ट सीरीज में खेलने जा रहे हैं। जहां तक मुझे पता है, वह पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में हैं और वह दूसरा टेस्ट मैच में नहीं खेल रहे हैं, लेकिन वह तीसरे और चौथे टेस्ट में खेलेंगे।" रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में 14 दिन के क्वारंटाइन में हैं।

गावस्कर ने पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल की बल्लेबाजी तकनीक की भी काफी आलोचना की। गावस्कर का कहना है कि वे नई गेंद से कैसे खेलना है ये नहीं सीख रहे। उनका कहना है, "आप देख सकते हैं कि वह (शॉ) कैसे (वार्म-अप में) जोर-जोर से खेल रहे थे और यही उनकी बड़ी समस्या थी। इस टेस्ट में भी बल्ले और पैड के बीच इतना बड़ा अंतर था। यह खेल की दूसरी डिलीवरी (पहली पारी में बर्खास्तगी) थी। आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आप नरम हाथों से खेल रहे हैं। इसलिए देर से खेलें। टेस्ट मैच में बैट और शरीर के बीच गैप नहीं होना चाहिए।"


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