Ind vs SA: हार्दिक पांड्या की वापसी से टीम मजबूत पर अनुभवहीन गेंदबाजों की होगी कड़ी परीक्षा
India vs South Africa ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की वापसी के बाद टीम इंडिया और मजबूत नजर आ रही है।
(वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम)। रविवार को घरेलू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सत्र की शुरुआत हो जाएगी। इस सत्र की शुरुआत में पहले टी-20 और फिर टेस्ट सीरीज से होगी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले तीन टी-20 मैचों की सीरीज होगी जिसके लिए भारत बड़े आत्मविश्वास के साथ सामना करेगा। इससे पहले भारतीय टीम अपने घर के बाहर टी-20 विश्व कप की गत विजेता वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप की सीरीज खेलकर अपने घर पहुंची है। भारत ने लॉडरहिल और प्रोविडेंस के मैच में कैरेबियाई टीम को एकतरफा अंदाज में शिकस्त दी थी। मुझे क्विंटन डिकॉक की युवा दक्षिण अफ्रीकी टीम से मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है।
भारत की मजबूत और अनुभवी बल्लेबाजी इकाई है जो उन्हें इस सीरीज में आगे करता है। हार्दिक पांड्या की वापसी से बल्लेबाजी और टीम में संतुलन प्रदान होगा। हार्दिक अंतिम एकादश में जरूर खेलेंगे। मैं यह भी देखना चाहूंगा कि मनीष पांडे अपनी जगह बनाए रखेंगे क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें अपनी क्षमताओं को दिखाने के लिए अच्छे से मौके नहीं मिले। अगले टी-20 विश्व कप के लिए एक साल से भी थोड़ा कम समय बचा है। भारत को यह तय करना होगा कि क्या शिखर धवन अभी भी रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग जोड़ीदार के रूप में इस विश्व कप में खेलने जाएंगे। शिखर इस साल सात टी-20 मैचों से बाहर हो चुके हैं और कई अन्य बल्लेबाज रोहित के साथ जोड़ी बनाने में सक्षम हैं।
यह भारत के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण की एक और परीक्षा होगी। हमने यही चीज वेस्टइंडीज के खिलाफ देखी थी। नवदीप सैनी भविष्य के सितारे हो सकते हैं अगर उन्हें ठीक से संभाला जाए और पर्याप्त मौके दिए जाए। उनकी तेजी एक्स फैक्टर है और वह तुरंत प्रभाव डालने में सक्षम है जबकि दीपक चाहर विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं, खासकर पावरप्ले में क्योंकि वह गेंद को हवा में दोनों तरफ स्विंग करा सकते हैं। हार्दिक की मौजूदगी से भारत चार तेज गेंदबाज या तीन स्पिनरों के साथ खेलने के बारे में सोच सकता है और उसके पास अच्छे गेंदबाजी विकल्प होंगे। मेरी अंतिम एकादश में क्रुणाल पांड्या और रवींद्र जडेजा दोनों होंगे। दक्षिण अफ्रीका पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में हैं और यह क्विंटन डिकॉक के कंधों पर जिम्मेदारी हैं। विराट की टीम अपनी क्षमताओं के अनुसार खेली तो मेहमानों के लिए आसान नहीं होगा।