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Chasttisgarh Politics News: राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के दौरान भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने मुलाकत के बाद भी नहीं की बात

President Election 2022 भूपेश व सिंहदेव दस मिनट अंदर रहे। इस बीच दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कक्ष से बाहर निकले और चले गए। सिंहदेव ने कहा जय और वीरू की जोड़ी बनी रहनी चाहिए। यह साफ नहीं किया कि जोड़ी बनी रहेगी या नहीं।

By Priti JhaEdited By: Updated: Tue, 19 Jul 2022 10:50 AM (IST)
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल टीएस सिंहदेव से आमना सामना हुआ।

रायपुर, मृगेंद्र पांडेय। विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बाबा के नाम से चर्चित टीएस सिंहदेव से आमना सामना हुआ। भूपेश ने महराज साहब नमस्कार कहा तो सिंहदेव ने जवाब दिया भूपेश भाई नमस्कार। इससे आगे बात नहीं बढ़ पाई। इसके बाद दोनों नेता विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में चले गए। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने की घोषणा कर राज्य की राजनीति में हड़कंप मचाने के तीन दिन बाद सोमवार को मंत्री टीएस सिंहदेव रायपुर पहुंचे थे ।

मालूम हो कि भूपेश व सिंहदेव लगभग दस मिनट तक अंदर रहे। इस बीच दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई। अंदर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मंत्री शिव डहरिया व रायपुर विधायक कुलदीप जुनेजा भी थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कक्ष से बाहर निकले और चले गए। सिंहदेव ने मीडिया से कहा, जय और वीरू की जोड़ी बनी रहनी चाहिए। यह साफ नहीं किया कि जोड़ी बनी रहेगी या नहीं।

मालूम कि सोमवारको जब टीएस सिंहदेव रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे तो समर्थकों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया था । सिंहदेव ने कहा कि पीएम आवास योजना पर कोई काम नहीं हुआ। केंद्रीय मंत्री (गिरिराज सिंह) ने यह बात कही। शायद मैं मंत्री के रूप में कारगर नहीं रहा। हो सकता है मेरे हटने के बाद काम होने लगे। इसके बाद वह विधानसभा पहुंचे। ज्ञात हो कि सिंहदेव ने शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से मुक्त करने के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कई आरोप लगाए थे। इसे लेकर प्रदेश की राजनीति उफान पर है। भाजपा इसे एक अवसर के रूप में देख रही है। सिंहदेव के गृहक्षेत्र की सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने कहा है कि सिंहदेव निश्चिंत रहें। सरगुजा के एक-एक अपमान का हिसाब किया जाएगा।

जानकारी हो कि सिंहदेव जब विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव का वोट डालकर लौट रहे थे तब मुख्यमंत्री बघेल वोट देने जा रहे थे। इसी बीच दोनों का आमना सामना हुआ और अभिवादन का आदान प्रदान किया गया। विधानसभा परिसर में सिंहदेव ने कहा कि विभाग छोड़ने का पत्र लिखने से पहले सीएम बघेल व प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से बात करने का प्रयास किया किंतु बात नहीं हो पाई। शुक्रवार को सीएम को तीन बार फोन लगाया, गुरूवार को भी फोन किया था। एक बार भी बात नहीं हो पाई। सीएम बघेल के इस बयान पर कि उन्होंने खुद बात करने का प्रयास किया था सिंहदेव बोले, मैंने काल रिकार्ड चेक किया है। हो सकता है मोबाइल में दर्ज न हुआ हो।

वहीं दूसरी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री कैबिनेट का भरोसा खो चुके हैं। मंत्री सिंहदेव का पत्र प्रदेश की जनता के साथ हुए भयंकर षड़यंत्र और धोखे को जाहिर कर रहा है। केंद्र से फंड मिलने के बाद भी राज्य सरकार ने आठ लाख परिवारों के सिर से छत छीनने का काम किया है।