गतिशक्ति योजना से मिलेगी राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन कार्यक्रम को रुपरेखाः नितिन गडकरी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार गतिशकत्ति प्लान से राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन कार्यक्रम को एक नई रूपरेखा मिलेगी और लॉजिस्टिक लागत में कटौती और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार होगा। इसके जरिए भारत की आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे को गति मिलेगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि "100 लाख करोड़ रुपये की गतिशक्ति योजना, राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन कार्यक्रम के लिए एक रूपरेखा प्रदान करेगी और लॉजिस्टिक लागत में कटौती और सप्लाई चेन में सुधार करके भारतीय उत्पादों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगी।" गतिशक्ति योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान की थी। यह पहल इसी महीने शुरू होने वाली है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, "गतिशक्ति मास्टर प्लान एनआईपी कार्यक्रम के लिए रूपरेखा प्रदान करेगा और इसका उद्देश्य लॉजिस्टिक लागत में कटौती और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करके भारतीय उत्पादों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना है।"
गडकरी के अनुसार, "भारत के 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य में बुनियादी ढांचे का विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत की आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे को गति मिल रही है। सरकार एनआईपी के माध्यम से बुनियादी ढांचे के विकास में 1.4 ट्रिलियन अमरीकी डालर का निवेश कर रही है।"
गडकरी ने यह भी कहा कि "उनका मंत्रालय NHAI के माध्यम से अगले पांच वर्षों में राजमार्गों के मुद्रीकरण के माध्यम से 15 बिलियन अमरीकी डालर जुटाने की योजना बना रहा है। यह देखते हुए कि भारत में भारतीय सड़क बुनियादी ढांचे में पेंशन और बीमा फंड के लिए बड़ी आर्थिक क्षमता उपलब्ध है, हम आपको अच्छे रिटर्न और आर्थिक रूप से व्यवहार्य परियोजनाओं की विशाल क्षमता की पेशकश कर सकते हैं। भारत सड़क क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दे रहा है, जो कि संयुक्त उद्यमों के लिए एक बड़ा अवसर है। भारत सौर ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन में निवेश का स्वागत करने के लिए भी तैयार है।"
इसके अलावा गडकरी ने यह भी कहा कि "हम ऊर्जा के संभावित स्रोत के रूप में हरित हाइड्रोजन की संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं। आप हरित हाइड्रोजन के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही हम रोपवे और हाइपरलूप जैसी अधिक टिकाऊ परिवहन प्रणाली के लिए काम कर रहे हैं। हम मोबिलिटी टेक्नोलॉजी में निवेश का स्वागत करते हैं, मैं आपसे तकनीकी मोर्चे पर वित्तीय रूप से भाग लेने का अनुरोध करता हूं।"
गडकरी के अनुसार "भारत सड़क निर्माण में नवीन प्रौद्योगिकी और सामग्रियों के उपयोग की मांग कर रहा है, और नई सामग्री और प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए दिशानिर्देश अपनाने के लिए तैयार है।"