चौथी तिमाही में बेहतर रहेगी भारत की GDP, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने दिए अच्छे संकेत
देश की जीडीपी को लेकर इक्रा ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि मार्च तिमाही में जीडीपी के बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही देश के सर्विस सेक्टर के अलावा कृषि औद्यौगिक सेक्टर के जीवीए में भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा को 2022-23 की जनवरी-मार्च अवधि में देश की जीडीपी में वृद्धि होने की उम्मीद है। इक्रा को उम्मीद है की सर्विस सेक्टर की वजह से भारत की जडीपी पूर्ववर्ती तिमाहियों में दर्ज 4.4 प्रतिशत से बढ़कर 4.9 प्रतिशत हो सकती है।
31 मई को जारी होंगे डेटा
राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (NSO) 31 मई को चौथी तिमाही के साथ-साथ वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के लिए अनंतिम अनुमान जारी करने वाला है। आपको बता दें की एनएसओ हर साल देश की जीडीपी के आंकड़े जारी करता है।
तीसरी तिमाही में बढ़ा जीवीए
इक्रा का अनुमान है कि सर्विस सेक्टर का सकल मूल्य वर्धित एस्टीमेट (जीवीए) साल-दर-साल वृद्धि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में मामूली रूप से बढ़कर लगभग 6.4 प्रतिशत हो गई है, जो वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में सर्विस सेक्टर के 14 उच्च फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर में से 9 के प्रदर्शन में वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के मुकाबले सुधार हुआ है।
सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) एक आर्थिक उत्पादकता मीट्रिक है जो किसी अर्थव्यवस्था, निर्माता, क्षेत्र या क्षेत्र में कॉर्पोरेट सहायक कंपनी, कंपनी या नगर पालिका के योगदान को मापता है।
औद्योगिक सेक्टर में भी वृद्धि
इक्रा का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में औद्योगिक जीवीए, विनिर्माण, खनन और उत्खनन में सुधार से साल-दर-साल वृद्धि लगभग 3.6 प्रतिशत हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 2.4 प्रतिशत थी।
कृषि जीवीए में भी वृद्धि
इक्रा ने आगे कहा कि जल्दी बुवाई, जलाशयों के स्तर में सुधार और उर्वरकों की बेहतर उपलब्धता के कारण 2023 में रबी उत्पादन के लिए अच्छे संकेत हैं।
हालांकि, बेमौसम बारिश से कुछ फसलों की पैदावार कम होने की संभावना है। इक्रा का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के लिए कृषि जीवीए वृद्धि 3.5 प्रतिशत रहेगी, जो अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में दर्ज 3.7 प्रतिशत से थोड़ा कम है।