नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान (NMP) अपनाने को लेकर सोशल सेक्टर के मंत्रालयों के साथ बैठक की। इस समीक्षा बैठक में डीपीआईआईटी ने एनएमपी पर जोर देते हुए कहा कि ये सोशल सेक्टर के प्रोजेक्ट और स्कीम्स को एकीकृत नियोजन और कार्यान्वयन में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकता है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Commerce and Industry Ministry) ने कहा कि स्कूलों, अस्पतालों, सर्विसेज और पब्लिक यूटिलिटी के प्रोजेक्ट की व्यापक मैपिंग जैसी परियोजनाओं बनाने और बेहतर निर्यण लेने के लिए होल गवर्नमेंट एप्रोच को अपनाया जा रहा है। इसके साथ कहा कि हमें लगता है कि सोशल सेक्टर के मंत्रालयों को देश की संपत्ति का बेहतर और पूरे विकास के लिए पीएम गतिशक्ति एनएमपी प्लेटफॉर्म को अपनाना चाहिए।
वहीं, पब्लिक वेलफेयर की योजनाओं जैसे आंगनवाड़ी, स्कूल, हेल्थकेयर सेंटर्स और अस्पतालों तक पहुंच बढ़ाने के लिए एनएमपी का प्रभावशाली और नए तरीके से उपयोग किया जा रहा है।
पीएम गतिशक्ति से बेहतर हुई परियोजनाएं
बैठक में कई राज्यों की केस स्टडी को भी रखा गया था। उत्तर प्रदेश में एनएमपी प्लेफॉर्म से स्कूलों की योजना बनाने के लिए उपयोग होने वाले पहुंच पोर्टल को जोड़ दिया गया। गुजरात में आंगनवाड़ी की योजाना में, 5G और स्ट्रीट फर्नीचर की योजना के लिए एनएमपी प्लेटफॉर्म का उपयोग किया गया था।
ये केंद्रीय मंत्रालय हुए शामिल
इस बैंठक में पंचायती राज, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, डाक, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता, उच्च शिक्षा, संस्कृति और आवास एवं शहरी मामलों सहित 14 मंत्रालयों से 35 वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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