Budget 2020 Expectations: TERI चाहता है कार्बन उत्सर्जन को कम करने और प्लास्टिक अपशिष्ट के रिसाइक्लिंग के लिए आए फंड
TERI ने सीमेंट और स्टील सेक्टर के लिए शून्य या कम से कम कार्बन उत्सर्जित करने वाली तकनीक के शोध और डेवलपमेंट के लिए फंड आवंटित करने की मांग की है।
नई दिल्ली,पीटीआइ। भारत सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा आम बजट (Budget 2020) एक फरवरी को पेश होने जा रहा है। आम बजट से पहले विभिन्न उद्योग बजट को लेकर अपनी मांगें सरकार के सामने रख रहे हैं। इस बीच एनवायर्नमेंट थिंक टैंक टेरी (TERI) ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सरकार के सामने फंड आवंटित करने की बात रखी है। साथ ही टेरी ने देश में प्लास्टिक अपशिष्ट को इकट्ठा करने और उसके निपटान के लिए प्लास्टिक रीसाइक्लिंग फंड बनाने की भी मांग की है।
एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (TERI) के डायरेक्टर जनरल अजय माथुर ने हाल ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक में कहा कि संसाधनों की दक्षता, अपशिष्ट प्रबंधन और अर्थव्यवस्था के डी-कार्बोनाइजेशन के लिए भारत की हरित नीति के अहम बिंदुओं पर काम करने की जरूरत है।
स्टील और सीमेंट सेक्टर्स में जीरो कार्बन तकनीकी के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट की आवश्यकता है। भारत में सीमेंट और स्टील उत्पादन क्षमता के साल 2030 के मध्य तक तीन गुना हो जाने का अनुमान है। इन दोनों उद्योंगों की हालिया तकनीक से भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड पैदा हो रही है।
माथुर ने कहा, 'इसे रोकने के लिए टेरी ने सीमेंट और स्टील सेक्टर के लिए शून्य या कम से कम कार्बन उत्सर्जित करने वाली तकनीक के शोध और डेवलपमेंट के लिए फंड आवंटित करने की मांग की है। इसके अलावा टेरी ने अपशिष्ट प्लास्टिक को इकट्ठा करने और उसे रीसाइकल करने के लिए एक राष्ट्रीय प्लास्टिक रीसाइक्लिंग फंड तैयार करने का भी सुझाव दिया है।'