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Budget 2019: सैन्य क्षमता में वृद्धि के लिए बढ़ सकता है देश का रक्षा बजट

भारत के पड़ोसी देश अपनी सेना की क्षमता में बढ़ोतरी कर रहे हैं उसको देखते हुए वित्त वर्ष 2019-20 के केंद्रीय बजट में रक्षा बजट के लिए खास उम्मीदें हैं कि इसमें बढ़ोतरी होगी।

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 06:50 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jun 2019 10:05 AM (IST)
Budget 2019: सैन्य क्षमता में वृद्धि के लिए बढ़ सकता है देश का रक्षा बजट
Budget 2019: सैन्य क्षमता में वृद्धि के लिए बढ़ सकता है देश का रक्षा बजट

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त वर्ष 2019-20 का यूनियन बजट 5 जुलाई को निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। इस समय हर किसी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि इस बजट में क्या खास होगा और यह पहले बजट से कितना बेहतर होगा। आम आदमी से लेकर किसान और व्यापारी वर्ग को भी इस बजट से खासी उम्मीदें हैं। फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट में रक्षा बजट को 6.87 फीसद ज्यादा बढ़ाया गया था। यह अब तक का सबसे बड़ा रक्षा बजट रहा जो कि 3.18 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।

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जिस प्रकार से भारत के पड़ोसी देश अपनी सेना की क्षमता में बढ़ोतरी कर रहे हैं उसको देखते हुए वित्त वर्ष 2019-20 के केंद्रीय बजट में रक्षा बजट के लिए खास उम्मीदें हैं कि इसमें बढ़ोतरी होगी। अधिकतर देश रक्षा बजट पर अपने जीडीपी का 2 से 2.5 फीसद खर्च करते हैं। नॉर्थ अटलांटिक संधि के अनुसार, नॉर्थ अटलांटिक संधि संगठन देशों को रक्षा पर जीडीपी का कम से कम 2 फीसद खर्च करना है। भारत के 2 पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान लगातार रक्षा पर अपने जीडीपी का 2 फीसद से अधिक खर्च करते हैं।

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अब तक रक्षा बजट की बात की जाए तो यह जीडीपी की अनुपात में 1.4 फीसद रहा है। कई सालों से रक्षा बजट बढ़ाने की मांग चल रही है। रक्षा बजट को जीडीपी के अनुपात में 2 फीसद से ज्यादा करने की मांग चल रही है और भारत के पड़ोसी देशों को देखते हुए भी यह ज्यादा होना चाहिए।

सेना को मिल सकती हैं को अतिरिक्‍त सुविधाएं

भारतीय नौसेना में यूटिलिटी हेलीकॉप्टर, मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर, पनडुब्बियों आदि की जरूरत है। भारतीय वायु सेना एक दशक से अधिक समय से अपने पुराने लड़ाकू विमानों की जगह नए लड़ाकू विमानों की खरीद का इंतजार कर रही है। भारतीय थल सेना भी ज्यादातर पुराने उपकरण इस्तेमाल कर रही है। टैंक और पैदल सेना से लड़ने वाले वाहनों के अलावा, सेना को हाइटेक पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों की जरूरत है। देश में नए हथियार, विमान, युद्धक पोत और अन्य सैन्य हार्डवेयर की खरीद के लिए रक्षा बजट में बढ़ोतरी की जरूरत है। हमारे सैन्य बलों को जिस प्रकार के आधुनिकीकरण की जरूरत है उसके लिहाज से बजट में बढ़ोतरी होनी चाहिए।

जानिए रक्षा क्षेत्र को बजट से कब कितना रुपया मिला

  • 10 जुलाई 2014 को वित्त मंत्री ने मोदी सरकार के पहले बजट पेश में रक्षा बजट के लिए 2,33,872 करोड़ रुपए आवंटित किए।
  • 28 फरवरी 2015 को वित्त मंत्री ने पूर्ण बजट में रक्षा बजट के लिए 2,55,443 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
  • 1 फरवरी 2017 वित्त मंत्री ने रक्षा बजट के तौर पर 2,74,114 करोड़ रुपये आवंटित किए।
  • 1 फरवरी 2018 को वित्त मंत्री ने रक्षा बजट के लिए 2,95,511 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
  • 1 फरवरी 2019 को पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट में रक्षा बजट में 3,18,847 करोड़ रुपए आवंटित किए। 

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