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भारत को अगला निवेश गंतव्य बनाएं अमेरिकी कंपनियां, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया आह्वान

वाणिज्य मंत्री का कहना था कि सरकार देश लाल फीताशाही से निकलकर लाल कालीन (रेड कारपेट) की ओर बढ़ रही है। हम अतीत की जंजीरों से बाहर निकल रहे हैं और विदेशी निवेश के लिए खुले व उदार गंतव्य में बदल रहे हैं।

By Ankit KumarEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 08:24 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 08:09 AM (IST)
भारत को अगला निवेश गंतव्य बनाएं अमेरिकी कंपनियां, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया आह्वान
भारत-अमेरिका का द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2017 में 126 अरब डॉलर था, जो पिछले वर्ष 145 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी कंपनियों से आह्वान किया है कि वे भारत को निवेश का अगला गंतव्य बनाएं। इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स के द्वारा आयोजित अमेरिकी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि कहा कि अगले पांच वर्षो में दोनों देशों का 500 अरब डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार लक्ष्य हासिल किए जाने योग्य है। वाणिज्य मंत्री का कहना था कि सरकार देश लाल फीताशाही से निकलकर लाल कालीन (रेड कारपेट) की ओर बढ़ रही है। हम अतीत की जंजीरों से बाहर निकल रहे हैं और विदेशी निवेश के लिए खुले व उदार गंतव्य में बदल रहे हैं। 

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भारत-अमेरिका का द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2017 में 126 अरब डॉलर था, जो पिछले वर्ष 145 अरब डॉलर पर पहुंच गया। मंत्री ने अमेरिका के निवेशकों को आकर्षित करते हुए कहा कि भारत लॉजिस्टिक्स की लागत घटाने के लिए सुधार की दिशा में बढ़ रहा है। 

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गोयल ने कहा, 'हमारे पास आइबीसी जैसे दिवालिया कानून हैं। भारत में कॉरपोरेट टैक्स दर दुनियाभर में सबसे कम है। मेरा अपना मंत्रालय प्लग एंड प्ले और क्लस्टर डेवलपमेंट पर काम कर रहा है। हम एक वास्तविक सिंगल-विंडो सिस्टम पर गौर कर रहे हैं, जो कंपनियों और व्यवसायों के लिए भारत में काम करना आसान बनाता हो। हम तेजी से पंजीकरण, बुनियादी ढांचे की आसान उपलब्धता का वादा करते हैं।'


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