शीर्ष ब्रांडों में भारतीय स्वामित्व वाला एकमात्र लैंड रोवर
टाटा समूह के स्वामित्व वाले लैंड रोवर को दुनिया के शीर्ष 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में जगह मिली है। किसी भारतीय फर्म के स्वामित्व वाला यह एकमात्र ब्रांड है। एप्पल 119 अरब डॉलर के मूल्यांकन के सूची में पहले स्थान पर काबिज है।
लंदन। टाटा समूह के स्वामित्व वाले लैंड रोवर को दुनिया के शीर्ष 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में जगह मिली है। किसी भारतीय फर्म के स्वामित्व वाला यह एकमात्र ब्रांड है। एप्पल 119 अरब डॉलर के मूल्यांकन के सूची में पहले स्थान पर काबिज है।
रतीय समूह टाटा के स्वामित्व वाला ब्रिटिश कार ब्रांड 4.47 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ 91वें स्थान पर है। प्रमुख ब्रांड सलाहकार फर्म इंटरब्रांड की ओर से तैयार की गई सालाना सूची में पांच नए ब्रांडों को जगह मिली है। इनमें लैंड रोवर भी एक है।
एप्पल, गूगल का दबदबा
आइफोन, मैक कंप्यूटर्स, आइपैड आदि बनाने वाली एप्पल के बाद सूची में गूगल दूसरे पायदान पर है। इसकी बाजार हैसियत 107 अरब डॉलर आंकी गई। सूची में शामिल एप्पल व गूगल ही ऐसे ब्रांड हैं, जिनका मूल्यांकन 100 अरब डॉलर से अधिक है।
राहत की बात
यद्यपि भारतीय समूह के स्वामित्व वाला एकमात्र ब्रांड लैंड रोवर ही सूची में जगह बनाने में सफल रहा, लेकिन कई ऐसे ब्रांड सूची में हैं, जो उन समूहों का हिस्सा हैं जिनके सीईओ भारतीय मूल के हैं।
ये कौन हैं
इनमें 61 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ सूची में पांचवें स्थान पर काबिज सत्य नडेला की अगुआई वाली माइक्रोसॉफ्ट तथा इंदिरा नूई के नेतृत्व वाली पेप्सीको शामिल हैं। 19 अरब डॉलर के साथ पेप्सीको को 24वां स्थान मिला है। इसके अलावा 19 अरब डॉलर के साथ एडोब 24वें पायदान पर है। इसकी कमान शांतनु नारायण के हाथों में है। अजय बंगा की अगुवाई वाली मास्टरकार्ड को 86वां स्थान मिला है। इसका बाजार मूल्यांकन 4.7 अरब डॉलर है।
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