एसबीआइ का स्नैपडील पेपाल के साथ गठजोड़
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआइ ने ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील और डिजिटल पेमेंट फर्म पेपाल के साथ करार किया है। इसके तहत छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों को सस्ता कर्ज उपलब्ध कराने के साथ सीमा पार लेनदेन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। ‘स्नैपडील-कैपिटल एसिस्ट प्रोग्राम’ के तहत विक्रेताओं या मैन्यूफैक्चर्स
कोलकाता। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआइ ने ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील और डिजिटल पेमेंट फर्म पेपाल के साथ करार किया है। इसके तहत छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों को सस्ता कर्ज उपलब्ध कराने के साथ सीमा पार लेनदेन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
‘स्नैपडील-कैपिटल एसिस्ट प्रोग्राम’ के तहत विक्रेताओं या मैन्यूफैक्चर्स को कंपनी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एसबीआइ की आकर्षक दरों पर लोन दिया जाएगा। महिला उद्यमियों को 0.25 फीसद की अतिरिक्त छूट मिलेगी। इसके अलावा एक करोड़ रुपये तक के लोन पर कोई सिक्योरिटी नहीं ली जाएगी।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की मुखिया अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपने सामान को बेचने वालों को इससे बड़ी मदद मिलेगी। छोटे और मध्यम उद्यमों को लिक्विडिटी की सबसे ज्यादा समस्या होती है। इसके कारण वे अपने कारोबार को बढ़ा नहीं पाते हैं।
स्नैपडील के सीईओ कुनाल बहल ने कहा कि करार के तहत उद्यमों को जल्दी और आसानी से लोन मिल सकेगा। इसके अलावा नौ लाख छोटे और मझोले उद्यमों को सुरक्षित और सुविधाजनक सीमा पार लेनदेन की सुविधा प्रदान करने के लिए एसबीआइ ने पेपाल के साथ भी करार किया है।
एसबीआइ के एमडी बी श्रीराम ने कहा कि पेपाल के साथ एमओयू का मकसद क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजैक्शन है। बाद में इसमें घरेलू भुगतान को भी शामिल किया जाएगा। पेपाल के कंट्री मैनेजर विक्रम नारायण की मानें तो कंपनी की मौजूदगी दुनिया के 203 देशों में है। यह रोजाना 1.15 करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन करती है।
बुधवार को एसबीआइ ने अमेजन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत ग्राहकों और छोटे उद्यमियों के लिए पेमेंट और कॉमर्स सॉल्यूशंस विकसित किए जाएंगे।